रायपुर:कांग्रेस नेता राहुल गांधी की सांसद सदस्यता शुक्रवार को रद्द हो गई. राहुल गांधी केरल के वायनाड से लोकसभा सदस्य थे. लोकसभा सचिवालय ने पत्र जारी कर इस बारे में जानकारी दी है.आपको बता दें कि मानहानि केस में सूरत कोर्ट ने गुरुवार को उन्हें 2 साल की सजा सुनाई थी . जिसके बाद लोकसभा सचिवालय ने ये फैसला लिया. राहुल गांधी ने 2019 में कर्नाटक की सभा में मोदी सरनेम को लेकर बयान दिया था. उस समय राहुल गांधी ने कहा था कि सभी चोरों का सरनेम मोदी क्यों है.
राहुल गांधी की सदस्यता रद्द होने के बाद अब कांग्रेस इस फैसले को तानाशाही बता रह है. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि ''मोदी सरकार को सबसे ज़्यादा डर श्री राहुल गांधीऔर कांग्रेस पार्टी से लगता है. लोकतंत्र की हत्या करने लिए उन्होंने श्री गांधी की संसद सदस्यता रद्द की है. वो सच बोलने वालों का मुंह बंद करना चाहते हैं. देशवासी ये तानाशाही नहीं सहेंगे. लोकतंत्र की हिफ़ाज़त के लिए हम जेल तक जाएंगे.
छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने ट्वीट कर कहा कि '' तानाशाह का सबसे बड़ा डर होता है कि उससे लोग डरना बंद न कर दें. आप उसे डराना चाहते हैं जो पूरे देश को कह रहा है “डरो मत” इंदिरा जी के साथ भी यही भूल की थी कुछ लोगों ने, बाकी फिर इतिहास है. यहीं मिलेंगे जनता की अदालत में. जनता होगी, जननेता होगा.नहीं होगा तो सिर्फ डर और तानाशाह.''
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव का ट्वीट: सिंहदेव ने ट्वीट कर कहा कि"डर भाजपा के सिर चढ़कर बोल रहा है. एक जबरदस्ती बनाया हुआ केस, हर दिन नए प्रपंच और अब श्री राहुल गांधी की संसद से सदस्यता रद्द करना. सच का पर्दाफाश होने पर भाजपा के घबराहट में उठाए कदम हैं. लोकतंत्र से ऐसा खिलवाड़ विनाश काले विपरीत बुद्धि की परिभाषा है. सत्यमेव जयते."