रायपुर: छत्तीसगढ़ की 2 सांसद के साथ बदसलूकी का मामला तूल पकड़ता ही जा रहा है. राज्यसभा के मानसून सत्र के दौरान सांसद फूलों देवी नेताम और छाया वर्मा के साथ सदन में धक्का-मुक्की का विरोध छत्तीसगढ़ कांग्रेस कर रही है. इस घटना को लोकतंत्र की हत्या बताते हुए छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने राजधानी के गांधी मैदान में मौन प्रदर्शन किया. इस दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत कैबिनेट मंत्री और विधायक भी मौजूद रहे. साथ ही जिन दो महिला सांसदों के साथ बदसलूकी की गई थी. वह भी इस मौन प्रदर्शन में शामिल हुई.
एक घंटे का मौन प्रदर्शन
महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास बैठे मुख्यमंत्री के साथ सभी कांग्रेसी कार्यकर्ता भी मौजूद रहे. यह मौन प्रदर्शन करीब एक घंटे तक चला. बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राज्यसभा सांसद फूलों देवी नेताम उनके साथ हुए दुर्व्यवहार और धक्का-मुक्की की घटना को बताते हुए रो पड़ी थी. सांसद छाया वर्मा की भी आंखें नम हो गई थी. महिलाओं के साथ हुई बदसलूकी को लेकर कांग्रेस ने एक घंटे मौन प्रदर्शन किया.
राजीव गांधी खेल रत्न का नाम बदलना केंद्र की ओछी मानसिकता: सीएम बघेल
बारिश में जारी रहा मौन प्रदर्शन
जिस दौरान मौन प्रदर्शन शुरू किया गया. उसी दौरान बारिश भी शुरू हो गई. क्योंकि बारिश तेज थी. पंडाल के भीतर मुख्यमंत्री के साथ मौन प्रदर्शन कर रहे मंत्री और विधायक भी भीग गए लेकिन उनका मौन प्रदर्शन जारी रहा.
भाजपा ने लोकतंत्र की हत्या की
मीडिया से चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस घटना की कड़ी निंदा की. उन्होंने इसे महिलाओं का अपमान बताया. सीएम ने कहा कि पूरे मंत्रिमंडल की उपस्थिति में महिला सांसदों के साथ धक्का-मुक्की करने गिराया गया, उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया. लेकिन छत्तीसगढ़ आने के बाद भारतीय जनता पार्टी के सांसदों ने जिस प्रकार अपमानजनक बातें कहीं और पुतला दहन किया. यह बेहद दुर्भाग्य जनक है.
धरने पर बैठे सीएम भूपेश बघेल यह छत्तीसगढ़ महतारी का अपमान है. छत्तीसगढ़ माता कौशल्या का मायका है और वहां इस प्रकार का व्यवहार करना बेहद दर्द है. भारतीय जनता पार्टी को पूरे महिला समाज से माफी मांगनी चाहिए. लेकिन इन्होंने अपने नेताओं के निर्देश पर पुतला दहन किया और अपमानजनक ढंग से टिप्पणियां की इसके खिलाफ में आज सारे लोगों ने मिलकर मौन प्रदर्शन किया. मुख्यमंत्री ने कहा नारियों का अपमान छत्तीसगढ़ बर्दाश्त नहीं करेगा.