रायपुर: छत्तीसगढ में धान खरीदी पर सियासी संग्राम जारी है. इस मुद्दे को लेकर केंद्र पर कांग्रेस लगातार हमलावर है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने मंगलवार कार्यकर्ताओं के साथ पैदल मार्च निकालकर राज्यपाल अनुसूया उइके को किसानों के लिखे पत्र सौंपे. मरकाम ने केंद्र सरकार पर भेदभाव करने का आरोप लगाया है.
धान खरीदी को लेकर कांग्रेस की पदयात्रा, केंद्र पर लगाए भेदभाव के आरोप - रायपुर डेली न्यूज
केंद्र और राज्य की तरफ से धान खरीदी पर खींचतान जारी है. जिससे किसान परेशान हो रहे हैं. मोहन मरकाम ने केंद्र सरकार से 32 लाख मीट्रिक टन चावल खरीदने की मांग को लेकर आज पैदल मार्च निकाला है.
छत्तीसगढ़ सरकार ने केंद्र सरकार से 32 लाख मीट्रिक टन में चावल खरीदने की मांग की है. राज्य सरकार की इस मांग पर प्रदेश के 16 लाख 30 हजार किसानों ने प्रधानमंत्री के नाम पत्र लिखा है. प्रदेशभर के किसानों, व्यापारियों और कार्यकर्ताओं की तरफ से लिखे गए करीब 16 लाख 30 हजार से ज्यादा पत्र राज्यपाल को सौंपे जाएंगे.
केंद्र की मोदी सरकार पर भेदभाव के लगाए आरोप
मोहन मरकाम का कहना है कि जब प्रदेश में भाजपा की सरकार थी तब भी किसानों को अधिक बोनस मूल्य देने की बात कही गई थी, लेकिन उन्हें नहीं दिया गया. चुनावी साल में उन्हें बोनस दिया गया, जब 2 साल भाजपा के लिए नियमों को शिथिल किया गया, तो फिर हमारे लिए क्यों नहीं किया जा रहा है. हमारे साथ भेदभाव क्यों किया जा रहा है.