रायपुर: छत्तीसगढ़ में इस साल विधानसभा चुनाव हैं. छत्तीसगढ़ का किला फतह करने के लिए बस्तर बहुत अहम है. बस्तर में 12 सीटें हैं. फिलहाल सभी 12 सीटों पर कांग्रेस का कब्जा है. कांग्रेस बस्तर पर अपनी पकड़ बरकरार रखना चाहती है. लिहाजा बस्तर पर कांग्रेस का खास फोकस है. अब बस्तर में प्रियंका गांधी के दौरे के जरिए कांग्रेस अपने नेता कार्यकर्ताओं को रिचार्ज करना चाहती है, साथ ही बस्तर के आदिवासी वोट बैंक पर भी कांग्रेस की नजर है. प्रियंका गांधी के दौरे के नफा नुकसान का सियासी गणित भी शुरू हो गया है.
क्या कहती है भाजपा:प्रियंका गांधी के छत्तीसगढ़ दौरे को लेकर भाजपा ने तीखा हमला किया है. छत्तीसगढ़ भाजपा के प्रदेश सह प्रभारी नितिन नबीन ने कहा है कि "वह छत्तीसगढ़ आएं. दिल्ली जाएं या जापान, जहां भी जाएं, उससे कोई फर्क नहीं पड़ता है. क्योंकि वो कांग्रेसी युवराज को भले ही राजा बनाने में लगी हुई हैं, लेकिन छत्तीसगढ़ की करोड़ों मां बहनें दुखी हैं. प्रदेश में शराबबंदी की बात कही गई थी, जिस गंगाजल को हाथ में लेकर कसम खाई गई थी, उसको भी अपवित्र किया है. छत्तीसगढ़ की जनता को प्रियंका से कोई उम्मीद नहीं है.''
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क्या कहती है कांग्रेस :प्रियंका गांधी के दौरे को लेकर भाजपा के आरोपों पर कांग्रेस ने पलटवार किया है. छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा है कि "प्रियंका गांधी आ रही हैं. वे सभी से चर्चा करेंगी. भाजपा ने जिस बोनस की बात की थी, उसको भी हमने देखा है. शिक्षाकर्मियों को रेगुलर करने की बात भी भाजपा की रमन सरकार ने की थी. हमने जन घोषणा पत्र में जिन बातों को रखा था, उसमें से कई वादों को हमने पूरा कर दिया है. इतने बड़े घोषणापत्र की सूची में कुछ बातें छुटी हुईं हैं. प्रयास हमेशा रहता है कि उसको जितनी जल्दी पूरा किया जा सके, वह किया जाएगा. "
क्या कहते हैं जानकार: फरवरी महीने में कांग्रेस अधिवेशन के दौरान प्रियंका गांधी छत्तीसगढ़ पहुंचीं थी. इस साल प्रियंका गांधी का यह दूसरा दौरा है. प्रियंका गांधी का बस्तर दौरा काफी अहम माना जा रहा है. राजनीति के जानकार रामअवतार तिवारी के मुताबिक कांग्रेस अधिवेशन में पहुंचीं प्रियंका ने जोरदार भाषण देकर नाराज कांग्रेस कार्यकर्ताओं को एकजुट करने और महिला कार्यकर्ताओं में जोश भरने का काम किया था. अब वे बस्तर प्रवास पर आ रहीं हैं. बस्तर की महिला वोटर्स और आदिवासी वोट बैंक के मद्देनजर प्रियंका गांधी का यह दौरा काफी अहम है. कांग्रेस प्रियंका गांधी के जरिए बस्तर की महिला वोटर्स का भरोसा जीतना चाहती है.