रायपुर: छत्तीसगढ़ में कोरोना वायरस ने भयावह रूप ले लिया है. प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से रोजाना सैकड़ों की संख्या में मरीजों की पहचान की जा रही है. इसे लेकर प्रदेश की राजनीति गरमाने लगी है. नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने 7 दिनों के लॉकडाउन को लेकर आपत्ति जताई है, तो वहीं कांग्रेस ने कहा कि जिस तरह मोदी लॉकडाउन देशभर में नहीं लगा सकते हैं, उसी तरह प्रदेशभर में लॉकडाउन लगाना संभव नहीं है.
धरमलाल कौशिक के बयान पर शैलेश नितिन त्रिवेदी पलटवार छत्तीसगढ़ के नेता प्रतिपक्ष धरममलाल कौशिक ने कहा कि रायपुर में सात दिनों का लॉकडाउन औचित्यहीन है. उन्होंने कोरोना संक्रमण रोकने के लिए प्रदेशभर में लॉकडाउन लगाने की मांग की है. वहीं कांग्रेस मीडिया विभाग के प्रदेश अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा कि धरममलाल कौशिक पहले प्रधानमंत्री को कहें कि देशभर में लॉकडाउन को लेकर एक सा नियम लागू करें, जोकि किया जाना संभव नहीं है. क्योंकि हर राज्य की परिस्थिति कोरोना संक्रमण को लेकर अलग है.
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मतभेद भुलाकर हम सबको कोरोना से लड़ना चाहिए: शैलेश नितिन त्रिवेदी
इसी तरह छत्तीसगढ़ में अलग-अलग जिलों की परिस्थिति अलग-अलग है. उसके अनुसार उन जिलों के कलेक्टर अपने-अपने जिलों को लेकर कलेक्टर को निर्णय लेने का अधिकार दिया गया है. इसमें धरमलाल कौशिक को क्या आपत्ति है, यह समझ से परे है. उनके इस प्रकार की आपत्ति केवल और केवल सरकार की आलोचना के लिए की जा रही है. शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा कि इस आपदा के समय अपने सारे देख मतभेद भुलाकर हम सबको कोरोना से लड़ना चाहिए, लेकिन धरमलाल कौशिक कोरोना से लड़ने की वजह कांग्रेस सरकार से लड़ रहे हैं. वह भी राजनीतिक हित साधने के लिए किया जा रहा है.
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लॉकडाउन के दौरान शक्ति दिखाने के मूड में प्रशासन
बता दें कि छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में कोरोना केस बढ़ने से प्रशासन ने टोटल लॉकडाउन लागू करने का फैसला लिया है. रायपुर जिले में 21 सितंबर की रात 9 बजे से 28 सितंबर की रात 12 बजे तक सब कुछ बंद रहेगा. लोगों को बाहर घूमने की अनुमति नहीं होगी. इस लॉकडाउन के दौरान प्रशासन शक्ति दिखाने के मूड में हैं.