रायपुर: कोरोना महामारी की रोकथाम और टीकाकरण (vaccination) को लेकर कांग्रेस लगातार केंद्र सरकार पर हमलावर रही है. पिछले दिनों कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (MP Rahul Gandhi) ने मोदी सरकार (Modi government) पर कोरोना से हो रही मौतों का आंकड़ा छुपाने का आरोप भी लगाया था. कांग्रेस पार्टी सरकार से गरीबों के खाते में 6 हजार प्रति महीने जमा कराने की भी मांग करती रही है.
इसी बीच अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (All India Congress Committee) ने सभी राज्यों के प्रभारी, पीसीसी अध्यक्षों, सीएलपी नेताओं और कोविड-19 राहत कार्यबल के सदस्यों के साथ व्यापक परामर्श के बाद आउटरीच अभियान (outreach campaign) चलाने का फैसला लिया था. शहरी, अर्ध शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में लक्ष्य समूह के साथ संपर्क स्थापित करने के लिए पंचायत स्तर तक पार्टी कैडर को शामिल करने के उद्देश्य से इस अभियान को शुरू किया गया है. जिसके तहत कांग्रेस कार्यकर्ता लोगों के घर पर पहुंचेंगे और कोरोना से संबंधित जानकारियां लेंगे.
मदद के लिए चलाया जा रहा अभियान: कांग्रेस
इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ में भी ये अभियान चलाया जा रहा है. जिसके तहत कांग्रेस कार्यकर्ता घर-घर पहुंच रहे हैं और लोगों से कोरोना संबंधित जानकारी इकट्ठा कर फॉर्म भर रहे हैं. जिस परिवार से कार्यकर्ता मिलने जाते हैं, उस परिवार की पूरी जानकारी वे फॉर्म में भरते हैं. इस जानकारी में परिवार के सदस्य के नाम, उनका व्यवसाय, नौकरी और उनकी आवश्यकताओं का उल्लेख किया जा रहा है. लेकिन ये फॉर्म क्यों भराया जा रहा है, इसका लोगों को क्या फायदा मिलेगा, इस बात का उल्लेख नहीं होता है. हालांकि कांग्रेस इसे कोरोना प्रभावित लोगों की मदद के लिए चलाया गया अभियान बता रही है.
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घर-घर कोरोना सर्वे कांग्रेस का है हिडन एजेंडा-बीजेपी
कांग्रेस कोरोना प्रभावितों को मदद पहुंचाने की बात कहते हुए घर घर जाकर सर्वे कर रही है, तो वहीं दूसरी ओर भाजपा इसे कांग्रेस का हिडन एजेंडा (hidden agenda of congress) बता रही है. भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता गौरीशंकर श्रीवास (Gaurishankar Srivas) का कहना है कि पिछले डेढ़ साल में कोरोना काल में कांग्रेस और उनकी सरकार ने लोगों की सुध नहीं ली. लोगों को दवा और राहत सामग्री नहीं पहुंचाई. उल्टा लोगों को शराब की घर पहुंच सेवा उपलब्ध कराई गई. शराब के लिए ऐप बनाया गया. श्रीवास ने कहा कि उस दौरान इतनी ज्यादा मौत होने के बाद भी कांग्रेस पार्टी के नेता घर-घर सर्वे करने नहीं गए और अब घर-घर जाकर सर्वे कर रहे हैं. ये क्या कांग्रेस का हिडन एजेंडा है ? किस कार्यक्रम के तहत और किस योजना के तहत ये सारा खेल चल रहा है ? इस सारे मामले को स्पष्ट करना पड़ेगा.
कांग्रेस का पलटवार
कांग्रेस का कहना है कि जो भाजपा प्रदेश में लगातार हो रहे विभिन्न कांडों के बाद भी लोगों को मरहम लगाने नहीं पहुंची, आज उनके पेट में दर्द क्यों हो रहा है ? कांग्रेस मीडिया विभाग के प्रदेश अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी (Shailesh Nitin Trivedi) ने कहा कि जिस भाजपा ने कभी किसान आत्महत्या में किसानों से मिलने की जरूरत नहीं समझी, नसबंदी कांड में पीड़ितों तक पहुंचने की जरूरत नहीं समझी, इतना बड़ा गर्भाशय कांड भाजपा के शासनकाल में हुआ, आंख फोड़वा कांड हुआ, झलियामारी जैसे कांड हुए, लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने कभी भी लोगों के सुख-दुख में सहभागी बनने की कोशिश नहीं की. आज कांग्रेस के लोग, लोगों के साथ खड़े हो रहे हैं. कांग्रेस की सरकार जनहित में अच्छा काम कर रही है तो भाजपा के पेट में क्यों दर्द हो रहा है ?
मिशन 2023 की तैयारी !
वरिष्ठ पत्रकार गिरीश केशरवानी का कहना है कि कांग्रेस कार्यकर्ता घर-घर जाकर आंकड़े इकट्ठा कर रहे हैं, उनको घर जाने की जरूरत नहीं है. इनके पास ऑलरेडी डाटा है. वे उस डाटा से सारी जानकारी निकाल सकते हैं, उसके हिसाब से उनको मदद पहुंचा सकते हैं. केशरवानी ने कहा कि घर-घर घूमने का मतलब ये है कि, वे अपने आप को लोगों को दिखाना चाहते हैं कि हम आपकी मदद करने के लिए आए हैं. केशरवानी ने कहा कि ये भी हो सकता है कि ये 2023 के विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की तैयारी हो. इसलिए वे लोगों से घर-घर जाकर संपर्क कर रहे हैं.