रायपुर: गोवा में वरिष्ठ भाजपा नेता और मुख्यमंत्री रहे मनोहर पर्रिकर के निधन के बाद सत्ता पर कब्जा करने को लेकर छत्तीसगढ़ कांग्रेस और भाजपा दोनों आमने-सामने आ गए हैं. कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि अपने ईमानदार और सच्चे मुख्यमंत्री को खोने के बाद भाजपा ने जिस तरह से हड़बड़ी में सत्ता हथियाने के लिए काम किया है, वो बेहद निंदनीय है.
कांग्रेस का कहना है कि पार्टी पर आरोप लगाने वाली भाजपा रीति नीति को ताक पर रखकर आधी रात 2 बजे प्रमोद पांडुरंग सावंत को गोवा का मुख्यमंत्री बनवा कर शपथ दिलाई. भाजपा सत्ता के लिए कुछ भी कर सकती है.
गोवा के सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के निधन के एक दिन बाद ही आधी रात में नए मुख्यमंत्री प्रमोद पांडुरंग सावंत का शपथ ग्रहण समारोह हो गया, जबकि शाम 5:30 बजे ही मनोहर पर्रिकर की अंत्येष्टि हुई थी. बीजेपी के इस कदम से कांग्रेस बौखला गई है.
बीजेपी ने लगाया कांग्रेस पर आरोप
बीजेपी ने कांग्रेस के आरोपों पर जवाब देते हुए कहा है कि सत्ता की भूखी कांग्रेस ने गोवा में निकृष्ट मानसिकता का परिचय दिया है. एक कर्मठ मुख्यमंत्री का निधन हुए कुछ पल भी नहीं बीते थे कि कांग्रेसी सरकार बनाने के लिए राज्यपाल पर दबाव बनाने के लिए आधी रात को धरने पर बैठ गए थे. लोकतंत्र में सत्ता का फैसला संख्या बल के आधार पर होता है, लेकिन गोवा में पर्रिकर के निधन की खबर सुनते ही कांग्रेस ने सत्ता के लिए जो हड़बड़ी दिखाई है, उससे जगजाहिर हो गया है कि कांग्रेस मानवीय संवेदना और मूल्यों की राजनीति से दूर होकर कोई सरोकार नहीं रखती है.
गोवा में सत्ता को लेकर पहले भी कांग्रेस और भाजपा आमने-सामने आ गए थे. उस समय मनोहर पर्रिकर ने ही संकटमोचक बनकर भाजपा की सरकार बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.