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सड़क पर सियासत, रोड की खुदाई पर भाजपा-कांग्रेस पर बरसे गुढ़ियारीवासी

गुढ़ियारी सड़क की खोदाई का काम फिर से चालू कर दिया गया है. इससे आम जनता को काफी परेशानी हो रही है. वहीं इस सड़क को लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है. कांग्रेस ने पहले हुए सड़क के निर्मीण को भ्रष्टाचार में लिप्त होना बताया है, तो वहीं भाजपा ने अपना बीच-बचाव करते हुए इसे लोगों की जरूरत बताई है.

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Published : Jul 14, 2019, 5:47 PM IST

Updated : Jul 14, 2019, 7:33 PM IST

रायपुर : राजधानी में इन दिनों सड़कों की उधेड़बुन का खेल चल रहा है, जो सड़क महीनेभर पहले विधानसभा चुनाव के दौरान बनाई गई थी, अब उन्हीं सड़कों को खोदा जा रहा है. वहीं इन सड़कों को लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है. कांग्रेस-भाजपा इस मामले में भष्ट्राचार का आरोप लगा रही है. भाजपा का कहना है कि लोगों की जरूरत के मुताबिक काम किया गया होगा.

बनने के 7 महीने बाद ही खोद दी गई सड़क

दरअसल, ये पूरा मामला गुढ़ियारी का है. विधानसभा चुनाव के पहले कई सड़कों की मरम्मत डामरीकरण और नवनिर्माण हुआ था, जिसे एक बार फिर तोड़कर पाइप लाइन बिछाने की तैयारी की जा रही है, ऐसा इसलिए किया जा रहा है क्योंकि तत्कालीन भाजपा सरकार की ओर से आनन-फानन में पानी टंकी का भी निर्माण किया गया था. पानी को घरों तक पहुंचाने के लिए पाइप कनेक्शन नहीं बिछाया गया था. वहीं इस अधूरे निर्माण को पूरा करने के लिए कांग्रेस ने सड़कों की खोदाई शुरू कर दी है. इससे सबसे ज्यादा परेशान आम जनता हो रही है. उनका कहना है कि जब जो काम किया जाना था तब वो किया नहीं गया. अब बारिश के मौसम में सड़कों पर किए गड्ढ़ों की वजह से दो कदम भी चलना मुश्किल हो गया है.

जनता के बर्बाद होने वाले पैसे बच सकते थे
लोगों का यह भी कहना है कि शासन-प्रशासन की लापरवाही के चलते आज जनता के लाखों करोड़ों रुपए बर्बाद हो रहे हैं. यदि इसी पाइपलाइन को सड़क बनाने के पहले बिछाया गया होता, तो जनता के बर्बाद होने वाले उस पैसे को बचाया जा सकता था. वहीं कुछ लोगों का यह भी आरोप है कि प्रदेश के पूर्व मंत्री जापान गए थे, वहां की व्यवस्था देखने के लिए, लेकिन वहां से आने के बाद भी उन व्यवस्थाओं पर अमल करने के बजाय न फिल्टर प्लांट लगाए गए न ही पाइप-लाइन बिछाई गई. उल्टा पानी की टंकी और सड़क का निर्माण कर दिया गया.

दबावपूर्वक इन सड़कों का हुआ निर्माण
वहीं रायपुर नगर निगम के एमआईसी सदस्य श्रीकुमार मैनन का कहना है कि भाजपा के शासनकाल में 3 साल पहले पानी की टंकी का निर्माण किया गया. इसके बाद विधानसभा चुनाव के ठीक पहले सड़क बनाने का प्रपोजल आया जिस पर उन्होंने आपत्ति भी जताई थी कि पाइप लाइन बिछाने के बाद ही सड़क का निर्माण किया जाए, लेकिन तत्कालीन मंत्री द्वारा दबावपूर्वक इन सड़कों का निर्माण कराया गया.

मजबूरन खुदाई करनी पड़ी
इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि अब हालत ऐसे है कि हमें मजबूरन बस पाइप लाइन बिछाने के लिए खुदाई करनी पड़ रही है, जिसका हमें भी दुख है. उन्होंने तत्कालीन भाजपा सरकार के मंत्री पर आरोप लगाते हुए कहा कि इन सड़कों का निर्माण राजनीतिक लाभ के साथ अपनों को लाभ पहुंचाने के लिए किया गया था. हालांकि बातचीत के अंत में उन्होंने यह कहा कि पाइप लाइन बिछाने के बाद जो सड़क बनेंगी उसे दोबारा नहीं खोदा जाएगा.

कमीशनखोरी और भ्रष्टाचार के लिए हुआ निर्माण
क्षेत्रीय विधायक विकास उपाध्याय ने पूर्व सरकार पर आरोप लगाते हुए की विधानसभा चुनाव के पहले आनन-फानन में सड़कों का निर्माण कहीं न कहीं कमीशनखोरी और भ्रष्टाचार के लिए किया गया था. उन्होंने कहा कि जब पानी की टंकी का निर्माण हो रहा था उस दौरान फिल्टर प्लांट से टंकी तक पानी पहुंचाने के लिए पाइपलाइन क्यों नहीं बिछाई गई.

जरूरतों को देखते हुए तत्काल निर्माण हुआ होगा
वह इस मामले में बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव का कहना है कि कई बार जनता की मांग और जरूरतों को देखते हुए कुछ निर्माण कार्य तत्काल कराने पड़ते हैं. वह समय और परिस्थिति पर निर्भर होते हैं. यही वजह रही होगी कि पानी की टंकी के निर्माण के दौरान पाइप लाइन नहीं बिछाई गई हो और सड़कों का निर्माण करा दिया गया होगा. सड़कों में कमीशनखोरी और भ्रष्टाचार के आरोपों को सिरे से नकारते हुए उन्होंने यह जरूर कहा है कि लापरवाही की वजह से यह जनता के पैसे का अपव्यय हुआ है.

Last Updated : Jul 14, 2019, 7:33 PM IST

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