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ED में हुई चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज मामले की शिकायत, अमित ने सोनिया गांधी से भी लगाई गुहार

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Published : Aug 20, 2021, 4:18 PM IST

Updated : Aug 20, 2021, 6:17 PM IST

चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज मामले की शिकायत ED से की गई है. पूर्व सांसद चंदूलाल चंद्राकर के पौत्र अमित चंद्राकर ने ED ऑफिस दिल्ली में इंडियन बैंक और इस मेडिकल कॉलेज के प्रबंधकों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है.

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चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज मामले की शिकायत

रायपुर:अमित चंद्राकर का आरोप है कि बैंक की सारी प्रक्रिया को ताक पर रखकर और सरकारी संपत्ति को गलत तरीके से बंधक रखकर जनता के पैसों को बर्बाद किया गया है. जिस तरह बैंक और मेडिकल कॉलेज प्रबंधकों ने गलत दस्तावेज दिखा कर सरकारी बैंक के पैसे यानी जनता की गाढ़ी कमाई को भ्रष्टाचार कर सरकार और जनता को चूना लगाया है, उसके खिलाफ गम्भीर मामला बनता है. उन्होंने तत्काल डायरेक्टरों के खिलाफ करवाई करने की मांग की है.

चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज को छत्तीसगढ़ सरकार अधिगृहित कर रही है. इस संबंध में विधानसभा में एक विधेयक भी पास कराया गया है. वहीं अमित चंद्राकर ने इसे एक बड़ा घोटाला करार देते हुए ED से इसकी जांच कराने की मांग की है.

सोनिया गांधी के दफ्तर में भी शिकायत

इस मेडिकल कॉलेज के अधिग्रहण का विरोध कर रहे अमित चंद्राकर खुद कांग्रेस से जुड़े हुए हैं. उन्होंने दिल्ली में सोनिया गांधी के निजी सलाहकार से मिलकर अपनी बात रखी है और प्रदेश सरकार के रवैये पर भी खेद जताया. साथ ही पत्र के माध्यम से सारी जानकारी से अवगत कराया है. अमित चंद्राकर का कहना है कि अभी कॉलेज की स्थिति बहुत खराब है. सरकार को चाहिए कि अभी जो बच्चे उस कॉलेज में फंसे हुए हैं, उन्हें दूसरे कॉलेज में तत्काल शिफ्ट कर उनके आगे की पढ़ाई की स्थिति सुधारे. बच्चे बिना टीचर के पिछले 4 साल से कॉलेज में फंसे हुए है ,2017 के बाद कोई भी नया सत्र नहीं आया, क्योंकि MCI ने कॉलेज प्रबंधन के भ्र्ष्टाचार कार्य और अनियमितता को देखते हुए उन्हें नया सत्र देने से मना कर दिया.

चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज मामले की शिकायत

क्या है पूरा विवाद

अमित चंद्राकर का कहना है कि नेहरू नगर में लीज पर मिली जमीन पर चंदूलाल चंद्राकर अस्पताल संचालित है. इसी के संचालन समिति द्वारा 2013 में चंदूलाल चंद्राकर मेमोरियल मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल को कचंदुर भिलाई में स्थापित किया गया. इसको चंदूलाल चंद्राकर मेमोरियल हॉस्पिटल प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी में रखा गया और उसको सेक्शन 25 कंपनी में परिवर्तित कर दिया गया. इसका भी नाम (CCMH) कर दिया गया.

चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज मामले की शिकायत

कचंदुर स्थित मेडिकल कॉलेज का मूल्यांकन लगभग 20- 22 करोड़ का है लेकिन प्रमोटर्स ने बड़ी चालाकी से नेहरू नगर स्थित कॉर्पोरेट हॉस्पिटल को भी शामिल कर CCMH नाम से DPR बनाई और बैंक से लगभग 172 करोड़ का लोन ले लिया. इस तरह देखा जाए तो यह लोन मुख्य रूप से नेहरू नगर स्थित अस्पताल के दम पर मिला है न कि कचांदुर स्थित मेडिकल कॉलेज के दम पर.

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अमित कहते हैं कि चंदूलाल चंद्राकर अस्पताल एक सरकारी जमीन पर बना है, उसे लीज पर दिया गया है. जिसके शर्तों में शामिल है कि इस जमीन को न तो बेचा जा सकता है और न ही इसे बैंक द्वारा बंधक बनाया जा सकता है.

ऐसे में सवाल उठता है कि बैंक ने कैसे इस प्रॉपर्टी के बदले लोन जारी कर दिया और बंधक का चस्पा कैसे लगा दिया जाता है? उनका कहना है कि इस मामले में इंडियन बैंक से कैसे लोन हुआ, ये भी जांच का विषय है. इसे एक बैंक घोटाला भी कहा जा सकता है.

विधानसभा के मानसून सत्र में पारित हुआ विधेयक

राज्य सरकार ने चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज के अधिग्रहण से संबंधित विधेयक को हाल ही में विधानसभा के मानसून सत्र में पारित कराया है. विपक्ष ने इस बिल को लेकर कई सवाल उठाए थे और इस अधिग्रहण के द्वारा कुछ खास लोगों को लाभ पहुंचाने का आरोप लगाया था. हालांकि सदन में इस पर हुए मत विभाजन में बड़े अंतर से सरकार के पक्ष में मत पड़े और इस अधिग्रहण विधेयक को सरकार ने पारित करा लिया था.

Last Updated : Aug 20, 2021, 6:17 PM IST

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