रायपुर:कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए रायपुर में 22 सितंबर से 28 सितंबर तक 7 दिनों का लॉकडाउन लगाया गया है. जिससे कोरोना संक्रमण पर काबू पाया जा सके. मंगलवार को जिले के कलेक्टर एस भारतीदासन और एसएसपी अजय यादव सहित पुलिस के अन्य अधिकारियों ने राजधानी के विभिन्न चौक-चौराहों सहित राजधानी के तमाम जगहों पर लॉकडाउन के पहले दिन का जायजा लिया. अति आवश्यक सेवाओं को छोड़कर अन्य सेवाओं को पूरी तरह से बंद रखा गया है.
कलेक्टर और एसपी ने राजधानी का लिया जायजा कलेक्टर, एसएसपी और पुलिस के अन्य अधिकारियों ने कलेक्ट्रेट चौक से शहर के तेलीबांधा, जय स्तंभ चौक, शारदा चौक, रेलवे स्टेशन चौक, देवेंद्र नगर, राजेंद्र नगर, फाफाडीह, टाटीबंध चौक जैसे जगहों का जायजा लिया. रायपुर में कुल मिलाकर 38 पुलिस की टीमें तैनात हैं. जिसमें शहर के अंदरूनी इलाकों में पुलिस की 19 टीम और शहर के बाहरी जिले की सीमावर्ती क्षेत्र में पुलिस की 19 टीम तैनात की गई है. जो शहर में लॉकडाउन को सफल बनाने में अपना सहयोग दे रही है.
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रखी जा रही निगरानी
इस दौरान अति आवश्यक सेवाओं में मेडिकल, टेलीकॉम, मीडिया, नगर निगम, ड्यूटी में तैनात अधिकारी और कर्मचारियों को छूट मिली हुई है. कुछ ऐसे लोग भी इस लॉकडाउन के दौरान सड़कों पर नजर आ रहे हैं. जो हॉस्पिटल या फिर आवश्यक कार्य से घर से बाहर निकले हुए हैं. ऐसे लोगों को पुलिस पूछताछ के बाद आने-जाने की अनुमति दे रही है.
कई सेवाओं पर प्रतिबंध
इस बार लागू किया गया लॉकडाउन जुलाई महीने के लॉकडाउन से काफी अलग और सख्त है. दूध, दवा, पेट्रोल, मेडिकल और हॉस्पिटल जैसी सेवाओं को छूट मिली हुई है. पिछली बार लॉकडाउन में सब्जी मार्केट और किराना दुकान को निर्धारित समय में खोलने और बंद करने की अनुमति मिली थी. लेकिन इस बार के लॉकडाउन में किराना दुकान और सब्जी मार्केट को भी पूरी तरह से बंद रखा गया है. अति आवश्यक सेवाओं में पेट्रोल पंप खुले हुए हैं लेकिन पेट्रोल पंप में सामान्य लोगों को पेट्रोल देने की अनुमति नहीं है. पेट्रोल पंप में केवल उन्हीं लोगों को पेट्रोल दिया जाएगा जो कोरोना ड्यूटी सहित अति आवश्यक सेवाओं की श्रेणी में आते हैं.