रायपुर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एक प्रेस वार्ता को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार पर COVID-19 के प्रकोप की रोकथाम के लिए अंतरराष्ट्रीय उड़ान सेवाओं को सही समय पर बंद करने का निर्णय नहीं लेने का आरोप लगाया.
सीएम ने कहा कि 'ये संक्रमण भारत से उत्पन्न नहीं हुआ है, बल्कि दूसरे देशों से आया है.' उन्होंने केंद्र पर आरोप लगाते हुए कहा है कि 'अगर केंद्र सरकार ने सही समय पर सारे अंतरराष्ट्रीय उड़ान सेवाओं को स्थगित कर दिया होता और बाहर से आए यात्रियों को क्वॉरेंटाइन कर दिया जाता, तो देश के हालात कुछ और होते'
तब्लीगी जमात के संबंध में विभिन्न राज्यों में कोरोना सकारात्मक मामले पाए जाने पर सीएम ने कहा कि, 'यह महामारी किसी जाति या धर्म से संबंधित नहीं है. लेकिन केंद्र सरकार इसे नियंत्रित कर सकती थी, जब विभिन्न देशों से हजारों की संख्या में लोग तब्लीगी जमात में शामिल होने आए थे.'
लॉकडाउन से पहले लिया था ये फैसला
भारत में अब तक कुल 5 हजार 734 मामले कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. सीएम बघेल ने कहा कि जैसा कि राहुल गांधी ने सुझाव दिया था, उनकी सरकार पहले हफ्ते से बहुत सक्रिय थी. उन्होंने केंद्र के घोषित किए जाने से पहले लॉकडाउन की घोषणा करने का फैसला किया था. उन्होंने कहा कि यही एकमात्र कारण था कि वे राज्य के अन्य क्षेत्रों में इस वायरस के प्रसार को रोकने में सफल रहे.
18 मार्च को मिला पहला कोरोना पॉजिटिव मरीज
सीएम ने बताया कि, 'कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने चिंता व्यक्त करते हुए छत्तीसगढ़ में तैयारी शुरू कर दी थी. इसलिए 13 मार्च को उन्होंने पहले शैक्षिक संस्थानों, मॉल, टॉकीज और मंत्रालयों को बंद कर दिया. प्रदेश में कोरोना का पहला केस 18 मार्च को मिला था. उसी दिन पूरे राज्य में धारा 144 लागू कर दिया और 21 मार्च को लॉकडाउन घोषित कर दिया.'