रायपुर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज विश्व आदिवासी दिवस पर प्रदेशवासियों को विशेषकर आदिवासी समाज के लोगों को बधाई और शुभकामनाएं दी है. मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ जनजाति बाहुल्य प्रदेश है. जनजातियों की प्राचीन कला और संस्कृति यहां की अनमोल धरोहर है. छत्तीसगढ़ सरकार आदिवासियों की प्राचीनतम विरासत और संस्कृति को सहेजते हुए, उनके विकास और उन्हें मुख्यधारा में लाने के लिए संकल्पित है.
सीएम ने कहा कि हमारी कोशिश है कि प्रकृति के करीब जीवन जीने वाली यहां की 32 प्रतिशत आदिवासी जनता को सभी जरूरी सुविधाएं और आगे बढ़ने के सभी साधन उपलब्ध कराएं. बघेल ने कहा कि जनजातियों के विकास और हित को ध्यान में रखते हुए हमारी सरकार ने बीते डेढ़ साल में कई अहम फैसले लिए हैं. लोहंडीगुड़ा में आदिवासियों की 4 हजार 200 एकड़ जमीन की वापसी, जेलों में बंद आदिवासियों के मामलों की समीक्षा के लिए समिति का गठन, जिला खनिज न्यास के पैसों से आदिवासियों के जीवन स्तर में सुधार का फैसला, बस्तर और सरगुजा में कर्मचारी चयन बोर्ड की स्थापना और यहां आदिवासी विकास प्राधिकरणों में स्थानीय अध्यक्ष की नियुक्ति से आदिवासी समाज के लिए बेहतर काम करने की कोशिशें जारी हैं.
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