रायपुर :मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पांच दिवसीय दौरे के लिए रवाना हुए. इन 5 दिनों में मुख्यमंत्री दिल्ली में फाइनेंस मिनिस्टर निर्मला सीतारमण और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात करेंगे. वहीं राहुल गांधी के पदयात्रा में शामिल होकर गुजरात भी जाएंगे. इस दौरान सीएम भूपेश बघेल ने पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह (Former Chief Minister Raman Singh) और बीजेपी के नेता बृजमोहन अग्रवाल (Brijmohan Agarwal) को भी आड़े हाथों लिया.
रामराज्य पर रमन सिंह पर पलटवार :मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा " 15 साल रामराज रहा है इसका हम लोग और आम जनता कितना खामियाजा हुआ है वह जानते हैं. आदिवासियों की जमीन चली गई .सैकड़ों आदिवासी जेल में ठूंस दिए गए. नक्सली बताकर एनकाउंटर किए गए. झीरम में हमारे नेता शहीद हो गए. क्या यह रामराज्य है.15 साल के कार्यकाल का रिजल्ट आ गया. वह 15 सीट पर सिमट गए. रमन सिंह ने राजनांदगांव में काम किया होता, तो वहां लोग सड़क की मांग नहीं करते.लोग अगर सड़कों की मांग कर रहे हैं तो क्या 4 साल में सारी सड़कें खराब हो गई. शिक्षा स्वास्थ्य इस पर हम काम कर रहे हैं रमन सिंह ने सिर्फ गुमराह करके लोगों से वोट लेते रहे हैं.''
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा डॉ रमन सिंह ने 2003 से लेकर 2018 तक आरक्षण लागू नहीं किया था. किया तो हाईकोर्ट में टिक नहीं पाया. हम लोग आरक्षण के लिए विशेष सत्र बुला रहे हैं.कवासी लखमा को इस्तीफा देने की जरूरत नहीं पड़ेगी.कांग्रेस की सरकार आदिवासियों के साथ हमेशा खड़ी रही है.
भाजपा के राज में सिर्फ कुशासन :मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा '' बृजमोहन अग्रवाल मुझे राक्षस बोलते है. रमन सिंह मुझे चूहा बोलते हैं. इनके पास कोई मुद्दा नहीं है. यह हीन भावना से ग्रसित हैं. सत्ता जाने से इनकी फड़फड़ाट दिखाई देती है. इनकी फड़फड़ाट इनके बयान में दिखती है. बृजमोहन अग्रवाल इतने सीनियर नेता माने जाते है. वो इस तरह की भाषा विपक्ष और सत्ता में बैठे लोगों को बोल रहे हैं तो समझ लीजिए उनकी पीड़ा कितनी है. भाजपा तो हमेशा आदिवासियों को दूसरे दर्जे के नागरिक की तरह समझते रहे. 15 साल आदिवासी इनके राज्य में पलायन करने के लिए मजबूर हुए. 600 गांव खाली हुए यह भाजपा के कुशासन का हाल था.''