रायपुर:मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर बस्तर में स्टील उद्योग को NMDC (एनएमडीसी) के जरिए 30 प्रतिशत रियायत पर लौह अयस्क उपलब्ध कराने का आग्रह किया है. सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि बस्तर में बड़े पैमाने पर स्टील उद्योगों के संचालन से स्थानीय युवाओं को रोजगार मिलेगा. जिससे बस्तर के विकास और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा. मुख्यमंत्री ने अपने पत्र में इस बात का उल्लेख भी किया है कि राज्य शासन की ओर से भारत सरकार के उपक्रम NMDC (एनएमडीसी) को इस आशय का प्रस्ताव भी भेजा जा चुका है.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पत्र में लिखा है कि छत्तीसगढ़ राज्य का बस्तर अंचल देश के विशिष्ट क्षेत्रों में से एक है. खनिज सम्पदा और वन सम्पदा की प्रचुरता के बाद भी बस्तर अंचल राज्य और देश के अन्य भागों की तुलना में सभी मानकों में पिछड़ा हुआ है. सघन वन क्षेत्रों और वन संरक्षण अधिनियम के कड़े प्रावधानों के कारण बस्तर में आर्थिक गतिविधियों के अवसर अत्यन्त सीमित हैं.
ग्रामीणों के जीवन में आएगा सुधार
अंचल में व्याप्त बेरोजगारी के कारण ही वहां नक्सल गतिविधियों के प्रसार होने से स्थिति और जटिल हो गई है. साल 2015 में DMF (डीएमएफ) योजना की शुरुआत से खनन प्रभावित परिवारों की स्थिति में सुधार के लिए प्रयास हो रहा है. राज्य सरकार ने भी पिछले डेढ़ साल से बस्तर के लोगों के जीवन में सुधार के लिए कई अभिनव कार्य शुरू किए हैं, लेकिन रोजगार के नए अवसरों का बड़े पैमाने पर सृजन किए बिना बस्तर का विकास संभव नहीं है.