रायपुर:मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में बुधवार को उनके निवास कार्यालय में कैम्पा शासी निकाय की प्रथम बैठक आयोजित की गई. सीएम बघेल ने बैठक में कैम्पा मद से कराए गए कार्यों की विस्तृत समीक्षा की. बैठक में बताया गया कि साल 2019-20 में कैम्पा के वार्षिक कार्य योजना के तहत 429 करोड़ 21 लाख रूपये की राशि खर्च कर विभिन्न रोजगार मूलक कार्यो के जरिए 89.73 लाख मानव दिवस का रोजगार सृजित किया गया.
वर्ष 2020-21 में कोरोना संकट काल के दौरान एक अप्रैल से अब तक 219 करोड़ 63 लाख रूपये की राशि व्यय कर 42.44 लाख मानव दिवस का रोजगार सृजन किया गया. मुख्यमंत्री ने वनांचल में लोगों को अधिक से अधिक रोजगार उपलब्ध कराने के लिए आवर्ती चराई योजना और वन अधिकार अधिनियम के तहत मनरेगा में अधिक से अधिक कार्य स्वीकृत करने के निर्देश दिए.
चारे की कटाई के निर्देश
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में 4400 गौठानों का निर्माण पूरा हो गया है, जहां बड़ी संख्या में मवेशी डे-केयर में रखे जा रहे हैं. यहां बड़ी मात्रा में चारे की आवश्यकता होगी. इसे ध्यान में रखते हुए अभी सितंबर और अक्टूबर माह में वन प्रबंधन समितियों को हरे चारे की कटाई का कार्य कराने के निर्देश दिए, जिससे लोगों को रोजगार भी मिले और गौठानों में चारे की उपलब्धता सुनिश्चित हो सके. इस अवसर पर वन मंत्री मोहम्मद अकबर भी उपस्थित थे.
हरे चारे का हो भंडार
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि इससे काफी मात्रा में हरा और पौष्टिक चारा इक्कठा हो सकता है. उन्होंने कहा कि सभी वन मंडलों में कुछ केंद्रों में हरा चारा के गठ्ठर बना कर भंडारित किए जाए और इन केंद्रों की जानकारी ऑनलाइन उपलब्ध कराई जाए, जिससे गौठान समितियां और निजी क्षेत्र के पशुपालक अपनी आवश्यकता अनुसार चारा निर्धारित दर पर क्रय कर सकें.
बड़े-बड़े तालाबों के निर्माण कार्य को भी करें शामिल