रायपुर:मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एक बार फिर केन्द्र की मोदी सरकार पर हमला बोला. ईडी, नोटबंदी, देशबंदी सहित कई मुद्दों को लेकर सीएम बघेल ने पीएम मोदी को आड़े हाथों लिया. सीएम ने कहा कि पीएम ने अब तक नहीं बताया कि काला धन कितना जमा हो पाया है. आरबीआई में कितने नोट जमा हुए, ये भी अब तक उन्होंने जारी नहीं किया है.
लॉकडाउन में हुआ काफी नुकसान:सीएम बघेल ने लॉकडाउन को लेकर पीएम को घेरा. बघेल ने कहा, "लॉकडाउन से देश को भारी नुकसान हुआ है. कितने लोगों को जान से हाथ धोना पड़ा. कईयों का रोजगार चला गया. हालांकि इसके कोई आंकड़े जारी नहीं किए गए.शौचालय बनाएं लेकिन वो भी अधूरे. कितने लोग उसका उपयोग कर रहे हैं यह भी जानकारी नहीं है. उज्जवला योजना उन्होंने शुरू की. पहले 400 रुपए रसोई गैस की कीमत थी. अब बढ़कर 12 सौ रुपए हो गई है. महंगाई हाहाकार मचा रही है."
आत्महत्या को मजबूर हो रहे किसान:सीएम ने कहा, " केन्द्र की ओर से किसानों की आय दोगुनी करने की बात कही गई थी. किसान आत्महत्या करने को मजबूर हो रहे हैं. दिल्ली में कितने लोग आंदोलन करते-करते जान गवां दिए. 6000 रुपया किसान सम्मान निधि देने की बात थी. पहले कुछ लोगों को मिला, उसके बाद जो नाम कटते गए फिर कटते गए और वह आंकड़े ही घट गए. अभी मनरेगा जिसे कांग्रेस की असफलताओं का स्मारक कहा जाता था. वही मनरेगा कोरोना काल में लोगों की अर्थव्यवस्था सुधारने में मददगार साबित हुआ. आज स्थिति यह है कि उसके बजट को एक तिहाई कर दिया है."
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पीएम गरीब के खिलाफ: बघेल ने कहा, "आज बजट का कहीं अता-पता नहीं है. ये गरीब के खिलाफ हैं, किसान के खिलाफ हैं, घरेलू महिलाओं के खिलाफ हैं. डीजल-पेट्रोल, रसोई गैस सभी के दाम बढ़ा दिए. खाद के दाम बढ़ा दिए. लघु वनोपज की कोई खरीदी की व्यवस्था नहीं की. रोजगार देने की बात कही थी. बल्कि जो रोजगार में थे, वह भी बेरोजगार हो गए. यह सरकार की उपलब्धि है."
बता दें कि ईडी की लागातर कार्रवाई के बाद से ही सीएम बघेल केन्द्र की मोदी सरकार पर हमलावर है. इस बीच मीडिया से बातचीत में सीएम लगातार मोदी सरकार को घेर रहे हैं.