रायपुर:छत्तीसगढ़ में आरक्षण संशोधन विधेयक 2022 पर अब तक राज्यपाल की ओर से हस्ताक्षर नहीं हुए हैं. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शनिवार को एक बार फिर से छत्तीसगढ़ में आरक्षण संशोधन विधेयक को लेकर भाजपा पर राजभवन के दुरुपयोग का आरोप गया है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि "आरक्षण के मुद्दे पर अगर राजभवन से जल्द फैसला लिया जाता तो हम जल्दी से भर्ती प्रक्रिया शुरू कर देते. कॉलेजों में जो एडमिशन रुका हुआ है, उसे शुरू किया जाता, लेकिन दुर्भाग्य है कि भारतीय जनता पार्टी इस विषय पर राजनीति कर रही. राजभवन का जिस प्रकार से दुरुपयोग किया जा रहा है, यह दुर्भाग्यजनक है. यह उन्हीं राज्यों में है जहां भारतीय जनता पार्टी की सरकार नहीं है."
दोषी कोई भी हो, सजा मिलेगी:बिरनपुर मामले पर सीएम ने कहा "मैंने पहले भी कहा है, बिरनपुर घटना में जो भी आरोपी होगा, वह सलाखों के पीछे होंगे. बिरनपुर में भुनेश्वर साहू की हत्या हुई उसके बाद 11 लोगों की गिरफ्तारी हुई. एक फरार आरोपी को भी गिरफ्तार किया गया. किसी को छोड़ा नहीं गया है, जिन लोगों ने हत्या के बाद आगजनी की घटना और दो हत्याएं की. किसी को भी यह अधिकार नहीं है कि कोई किसी का घर जला दे, या हत्या कर दे. न्याय सभी के लिए है, इसमें तुष्टीकरण की बात कहां से आती है. जिनकी हत्या हुई उनके समाज के लोगों ने मुआवजे की मांग की तो हमने मुआवजा देने की घोषणा भी की है."
छत्तीसगढ़ में नक्सली कम हो रहे:मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा "15 साल भाजपा सरकार की दृष्टि अलग थी. वे लोग गोली के बदले गोली और बंदूक के बदले बंदूक नीति पर चल रहे थे. लेकिन इससे कोई समस्या का समाधान हो सकता. वहीं दूसरा पक्ष यह है कि आर्थिक, सामाजिक, राजनीतिक दृष्टिकोण से नक्सल को खत्म किया जा सके, इसका हमने दूसरा रास्ता अख्तियार किया. पहले हमने वहां के लोगों का विश्वास जीता. वहां विकास किया और सुरक्षा प्रदान किया. इस त्रिवेणी के माध्यम से हम लोगों ने काम किया. विश्वास अर्जित करने के लिए लंबा समय और बड़े फैसले लिए, अपने आदिवासियों की जमीन वापसी का काम किया, ऋण माफी, स्वास्थ्य, शिक्षा रोजगार और विकास को लेकर काम किया, तब वहां के लोगों को लगा कि यह हमारी सरकार है. ऐसे में लोगों का विश्वास बढ़ा, विश्वास बढ़ने के कारण बस्तर और वनांचल क्षेत्र बहुत तेजी से बढ़ा है. जहां नक्सल प्रभावित क्षेत्र थे, वहां स्वास्थ्य सुविधाएं भी मिल रही हैं. यही कारण है कि छत्तीसगढ़ से नक्सलवाद पीछे हटा है."