रायपुर :छत्तीसगढ़ में शीतलहर का प्रभाव देखते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सभी कलेक्टरों को अपने-अपने क्षेत्र में अलाव जलाने का निर्देश दिये हैं. साथ ही उन्होंने जरूरतमंदों के बीच कंबल आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिये हैं. लोगों को ठंड के कारण किसी प्रकार की परेशानी न हो, सीएम बघेल ने यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिये हैं.
रायपुर में अब तक नहीं जले अलाव ठंड में ठिठुर रहे सैकड़ों आंदोलनकर्ता
मुख्यमंत्री के निर्देश पर राजधानी रायपुर में किस तरह से और कितना क्रियान्वयन हो रहा है, यह जानने के लिए ईटीवी भारत की टीम ने रियलिटी चेक (ETV BHARAT REALITY CHECK) की. सबसे पहले टीम बूढ़ा तालाब धरना स्थल पहुंची. यहां हमने देखा कि अपनी मांगों के समर्थन में आंदोलन कर रहे सैकड़ों लोग ठंड में ठिठुर रहे थे. बातचीत में उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन की ओर से न अलाव की व्यवस्था है न ही हमारा हाल जानने कोई पहुंचा.
आंदोलन करने वालों में ये हैं शामिल
धरना स्थल पर तीन अलग-अलग फेडरेशन के लोग प्रदर्शन कर रहे हैं. यहां छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन (Chhattisgarh Assistant Teacher Federation) वेतन विसंगति को लेकर 11 दिसंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. साथ ही छत्तीसगढ़ दिवंगत पंचायत शिक्षक की विधावाएं अनुकंपा नियुक्ति की मांग को लेकर 6 दिसंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. इससे पहले भी दिवंगत शिक्षक की विधवाओं ने बीते जुलाई से सितंबर के महीने में 58 दिनों तक प्रदर्शन किया था.
इसके अलावा छत्तीसगढ़ का प्रशिक्षित गौ सेवक Paiw मैत्री संघ (Chhattisgarh Trained Gau Sevak Paiw Friendship Association) भी यहां अपनी 2 सूत्री मांगों को लेकर आंदोलन पर है. ये लोग निश्चित मासिक मानदेय और विभाग में संविलयन को लेकर पिछले तीन दिसंबर से आंदोलन कर रहे हैं.