रायपुर: भूपेश बघेल की अध्यक्षता में उनके निवास कार्यालय में राज्य में वन्य प्राणियों के संरक्षण के संबंध में महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हुई. प्रदेश में लगातार हो रही हाथियों के मौत के मामले में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में बुधवार को वन विभाग की महत्वपूर्ण बैठक बुलाई गई थी. मीटिंग के दौरान प्रदेश 6 हाथियों की मौत को लेकर चर्चा की गई. वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने बताया कि मीटिंग में हाथियों की मौत को लेकर चर्चा की गई है. इसके साथ ही लघुनवनोपज की टीपी को समाप्त करने का फैसला हुआ है.
मोहम्मद अकबर, वन मंत्री, छत्तीसगढ़ वन मंत्री ने बताया कि लगातार हाथियों की करंट से मौत हो रही है. इसे लेकर फैसला लिया गया है कि जहां भी अवैध कनेक्शन पाया जाएगा, वहां कार्रवाई होगी. मंत्री अकबर ने कहा कि हाथियों का दल जिस ओर जाता है, वहां उनके पहुंचने के पहले मोबाइल एप के माध्यम से गांव वालों को सूचना दी जाती है, जिससे उन्हें सुरक्षित करने की कोशिश की जाती है और आगे भी इनकी लगातार मॉनिटरिंग होती रहेगी.
लघुवनोपज की टीपी होगी समाप्त
इसके साथ ही बैठक में लघुवनोपज की टीपी को समाप्त करने का निर्णय लिया गया है. मीटिंग में वन मंत्री मोहम्मद अकबर, गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू के साथ ही मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू, सचिव सिद्धार्थ कोमल परदेशी, वन विभाग के प्रमुख सचिव मनोज पिगुआ समेत कई अधिकारी मौजूद रहे.
बीतें 1 महीनें में अबतक 6 हाथी की मौत
बता दें कि बीते मंगलवार को प्रदेश में 2 और हाथियों की मौत हो गई थी. रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ वनमंडल के गेरसा गांव में करंट लगने से एक हाथी की मौत हो थी. वहीं धमतरी जिले के उरपुट्टी गांव के जंगल में ग्रामीणों ने एक नन्हे हाथी का शव देखा था. जिसकी मौत दलदल में फंसने की वजह से हो गई थी. इसके अलावा सूरजपुर जिले में के प्रतापपुर फॉरेस्ट रेंज में भी हथिनियों का शव बरामद किया गया था. प्रदेश में बीतें1 महीने में अबतक 6 हाथियों की मौत हो चुकी है, जिससे वनविभाग के कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं. विभाग प्रतापपुर रेंज में मृत हथिनियों की मौत का अब तक पता नहीं लगा पाया है.