रायपुर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भेंट मुलाकात कार्यक्रम के लिए बिलाईगढ़ विधानसभा रवाना हुए. उसके पहले हेलीपैड पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए सीएम ने उनके कई सवालों का जवाब दिया. हरियाणा के गृह मंत्री द्वारा राक्षस प्रवृत्ति का महानुभाव कहने पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा "मैंने बस इतना कहा था कि जो केसरिया और भगवा रंग है, वो सर्वोच्च त्याग का प्रतीक है. जो सन्यासी हैं, ऋषि मुनि हैं, जब वह सब त्याग देते हैं, समाज के लिए पूरा जीवन समर्पित होता है. इसीलिए वह गेरुआ, केसरिया, भगवा रंग धारण करते हैं. मैंने बस इतना कहा. जो बजरंगी है, वह ऐसा कौन सा त्याग किये हैं कि वह भगवा रंग धारण करते हैं. उसका जवाब तो उन्होंने दिया नहीं और सर्टिफिकेट बांट दिए. ऐसा है कि भाजपा के खिलाफ बोलो तो धर्म विरोधी हो जाओ, केंद्र सरकार के खिलाफ बोलो, तो देशद्रोही हो जाओ. सर्टिफिकेट की फैक्ट्री है इनके पास, यह बांटते रहते हैं." Baghel retaliates on monster controversy
बारनवापारा में बाघों को लाने की प्रक्रिया जारी: इस पर सीएम भूपेश बघेल ने कहा "हमारे पास प्रवृत्तियां अनुकूल हैं. गुरु घासीदास टाइगर रिजर्व, बारनवापारा, बस्तर में कांगेर वैली यह ऐसे हैं, जहां इनके लिए अनुकूल वातावरण है. हमारे पास पहले 46 टाइगर थे, अब घट गए. जिन राज्यों में अधिक है, वहां हम लोग मांग करेंगे, चाहे वह मध्य प्रदेश हो या महाराष्ट्र हो. बाघ ज्यादा हो गए हैं, वह कभी कभी छत्तीसगढ़ भी भ्रमण को आ जाते हैं. यदि उनसे हमें मिल जाए, तो हमारे लिए अच्छा होगा." film pathan controversy in chhattisgarh
भिलाई हादसे में मृतक दंपति के बच्चे को सरकार ने गोद लिया:सीएम भूपेश बघेल ने कहा "जिनके माता पिता नहीं है, उनके ऊपर तो सरकार को ध्यान देना होगा. एक अच्छा कार्य हुआ है.
जयशंकर के राहुल पर सीएम का पलटवार: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा "मैं कल ट्विटर में देख रहा था कि प्रधानमंत्री ने क्या भाषण दिया है सेना के बारे में. मुख्य रूप से बात यह है कि देश की सीमा की सुरक्षा होनी चाहिए. हमारे जवान दुनिया के गिने चुने सेना में से एक है. हम पूरे भारतीयों को उस पर गर्व है. लेकिन जिस प्रकार से भाजपा की केंद्र सरकार सीमा को लेकर मौन साधे बैठी है. सदन चल रहा है, उस पर चर्चा नहीं हो रहे हैं. आखिर किस बात की वह चर्चा करेंगे. सदन किस लिए है, चर्चा करने के लिए. जब विपक्ष इस बारे में चर्चा करनी चाहती है, तो क्यों सरकार बात नहीं कर रही है. सेना की क्षमता पर किसको शंका है. सेना को कमजोर करने के लिए ये अग्निवीर ले आए हैं. 4 साल प्रशिक्षण करेंगे कि वह सीमा में तैनात होंगे. उसके बाद 17 साल में भर्ती होगी. 21 साल में रिटायर हो जाएंगे और शादी के कार्ड में छपेगा रिटायर्ड अग्निवीर. सेना को कमजोर करने का काम भारतीय जनता पार्टी की केंद्र सरकार कर रही है.
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