कोरबा: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सोमवार को भेंट मुलाकात कार्यक्रम के तहत रामपुर विधानसभा क्षेत्र के वनांचल गांव चिर्रा पहुंचे. यह प्रदेश के वरिष्ठ आदिवासी लीडर और रामपुर विधायक ननकीराम कंवर का क्षेत्र है. जिले की यह इकलौती सीट है, जोकि बीजेपी के पास है. क्षेत्र से जुड़ी समस्याओं को सीएम ने संज्ञान में लिया, विधानसभा चुनाव में टिकट बंटवारे को लेकर प्रतिक्रिया दी. साथ ही सर्व आदिवासी समाज के राजनीतिकरण की बात भी कही.
कुदमुरा श्यांग के रोड के साथ, 2 महाविद्यालय की घोषणा: गांव चिर्रा के मंच से सीएम ने क्षेत्र की सबसे पुरानी कुदमुरा श्यांग सड़क निर्माण की घोषणा की. यह मांग दशकों पुरानी है. यहां से अविभाजित मध्यप्रदेश में डिप्टी सीएम रहे प्यारेलाल कंवर भी विधायक थे. इसके बाद ननकी राम कंवर भी छत्तीसगढ़ शासन में गृहमंत्री रहे. तब भी इस सड़क का निर्माण अधूरा ही रहा. अब इसकी घोषणा जरूर हुई है. इसके अलावा रामपुर और उमरेली में दो नए महाविद्यालय खोलने की घोषणा भी की गई है.
"जितनी महिलाएं छत्तीसगढ़ के विधानसभा में हैं. उतनी देश के किसी भी विधानसभा में नहीं हैं. विधानसभा में महिला विधायकों के प्रतिनिधित्व के मामले में छत्तीसगढ़ देश में सबसे आगे है."- भूपेश बघेल, मुख्यमंत्री, छत्तीसगढ़
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सर्व आदिवासी समाज का राजनीतिकरण: हाल ही में सर्व आदिवासी समाज ने विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. इस विषय में सीएम ने कहा कि "पहले लोग जब सर्व आदिवासी समाज के बैठकों में जाते थे. तब इसे समाज की बैठक समझकर जाते थे. लेकिन अब इस संगठन को राजनीतिक मंच बनाकर उपयोग किया जा रहा है. जनता इस बात को समझ चुकी है. इसलिए मैं नहीं समझता की इस तरह के प्लेटफॉर्म को जानता स्वीकार करेगी."