रायपुर : छत्तीसगढ़ में एक बार फिर रमन सिंह और भूपेश बघेल के बीच ट्वीटर वार शुरु हो गया है. रमन सिंह ने कांकेर के फूड इंसपेक्टर के मोबाइल गिरने और फिर जलाशय का पानी निकालने को लेकर सरकार को कटघरे में खड़ा किया. हालांकि इस मामले में कांकेर कलेक्टर ने कार्रवाई करते हुए फूड इंस्पेक्टर को संस्पेंड कर दिया.लेकिन उससे पहले ही सोशल मीडिया पर दोनों नेता भिड़ चुके थे. रमन सिंह ने सीएम भूपेश बघेल के दो सवाल पूछे जाने पर भी खुद सवाल पूछे हैं.
क्या है रमन सिंह का ट्वीट :रमन सिंह ने ट्वीट करते हुए कहा कि '' चार दिन तक जब पंप लगाकर पानी फेंका जा रहा था. तब यह "नवा छत्तीसगढ़" वाली लोरी सुनकर सुस्ता रहे थे क्या? आज लाखों लीटर पानी बर्बाद होने के बाद काठ के योद्धा बनकर बहादुरी दिखा रहे हो. वैसे अधिकारियों की मनमानी और पुलिस की गुंडागर्दी इस कांग्रेसी कुशासन में कोई नई बात नहीं है,अगर रेत से सिर निकालकर देखना चाहो तो सरगुजा का एक वीडियो दिखाई देगा.'' इस ट्वीट के साथ रमन सिंह ने सूरजपुर का एक वीडियो भी ट्वीट किया है जिसमें पुलिसकर्मी अवैध कब्जा हटाने के लिए गए थे.इसके बाद महिलाओं के साथ बदसलूकी की गई.
वहीं दूसरे सवाल में रमन सिंह ने पूछा कि '' फर्जी राशन कार्ड, पनामा का चूरण ही बेचते रहोगे या कुछ सिद्ध भी कर पाओगे. सत्ता में बैठकर सिर्फ झूठे आरोप मढ़ने से अच्छा होगा कि "मितान योजना" को "गोठान योजना" न बनने दें वर्ना जनता सब हिसाब रख रही है.'' यह दोनों बातें आप पल्ले बांध लें और 3 कांग्रेसियों-पंजा छाप अधिकारियों को भी बताएं और उनसे कहें की जब तक जेल जाने का योग नहीं बनता तब तक प्रतिदिन 3-3 भ्रष्टाचारियों को बताते रहें. जय छत्तीसगढ़ महतारी.''