रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र 18 जुलाई से शुरू हो रहा है. यह इस विधानसभा का अंतिम सत्र है. इस बार बीजेपी बघेल सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने जा रही है. जब बीजेपी के अविश्वास प्रस्ताव पर सीएम भूपेश बघेल से रायपुर में सवाल किया गया तो उन्होंने बीजेपी पर जोरदार हमला बोला है.
"चुनाव के आखिरी तीन महीने बचे हैं. तब इन्हें अविश्वास प्रस्ताव की याद आ रही है. हमारे लोग भी तैयारी करेंगे और उस अविश्वास प्रस्ताव का मुंहतोड़ जवाब देंगे .15 जीत के आए थे 13 ही बचे हैं": भूपेश बघेल, सीएम, छत्तीसगढ़
यूनिफॉर्म सिविल कोड पर सीएम बघेल ने मोदी सरकार को घेरा: सीएम भूपेश बघेल ने यूनिफॉर्म सिविल कोड पर मोदी सरकार को घेरा है. सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि" पीएम मोदी कहते हैं कि समान नागरिक संहिता के नाम पर विपक्ष मुसलमानों को भड़काने का काम कर रही है , विपक्षी वोट बैंक की राजनीति कर रही है. विपक्ष पर पीएम मोदी आरोप लगा रहे हैं. लेकिन बीजेपी और मोदी सरकार केवल हिंदू मुसलमान के बारे में क्यों सोचते हैं. हमारे छत्तीसगढ़ में आदिवासी हैं. उनकी परंपरा के अनुसार उनका नियम है. अब यूनिफॉर्म सिविल कोड कर देंगे तो हमारे आदिवासियों की जो रूढ़ि परंपरा है. उनका क्या होगा. यह सिर्फ एक चीज नहीं है. जिसके बारे में हम लोग चर्चा करें. बहुत सारी जातियां हैं. उनकी अलग परंपरा है. संविधान में भी उन को मान्यता मिलती है. उन सब चीजों को हमें देखना पड़ेगा. देश विभिन्न जाति, विभिन्न धर्म, विभिन्न प्रांत से मिलकर बना है और यह गुलदस्ता है. गुलदस्ता में बहुत सारी चीजें हैं. इस गुलदस्ते में अलग-अलग धर्म को मानने वाले लोग हैं. उन सब चीजों को उन सब की भावनाओं को देखना होगा"
हमारे कार्यों की बदौलत छत्तीसगढ़ की परंपरा को बीजेपी वाले अपना रहे: सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि" 9 साल की उपलब्धियों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरे देश में गिना रहे हैं. छत्तीसगढ़ में ऐसा पोस्टर भाजपा द्वारा बांटा जा रहा है. जिसमें 9 साल की उपलब्धियों के साथ-साथ छत्तीसगढ़ महतारी भी नजर आ रही है. छत्तीसगढ़ महतारी की तस्वीर तो यह लोग बनाए नहीं थे. रायपुर के कलेक्ट्रेट में जब पहली बार मूर्ति की स्थापना हुई. तो भाजपा के लोग विरोध कर रहे थे. दूसरी बात यह है कि, अमित शाह पिछली बार जब आए थे एनआईए कार्यालय के उद्घाटन कार्यक्रम में, सौभाग्य से वह पोला का दिन था. तो उन्होंने नंदी की भी पूजा अर्चना की. उसके पहले 15 साल तक कभी नंदी की पूजा अर्चना नहीं किए. छत्तीसगढ़ की जो परंपरा संस्कृति है उसको अब देख अपनाएंगे नहीं तो ये क्या करेंगे. मजबूरी है उनकी लेकिन वह कर रहे हैं. अच्छी बात है कभी भी तीजा में रमन सिंह का कोई पोस्ट तो आता नहीं था अब सभी तीज त्यौहार में पोस्ट आने लगा हैं"