रायपुर:NEET-JEE मामले में SC में पुनर्विचार याचिका दाखिल कर दी गई है. दाखिल याचिका में 6 गैर बीजेपी शासित राज्यों के मंत्री याचिकाकर्ता हैं. छत्तीसगढ़ के कैबिनेट मंत्री अमरजीत भगत ने भी याचिका लगाई है. इसके साथ ही परीक्षा को लेकर राज्यों ने सुझाव दिए है. राज्यों के दिए गए सुझाव में कहा गया है कि अभी परीक्षा से छात्रों के स्वास्थ्य को खतरा हो सकता है. अक्टूबर तक परीक्षा न भी ली जाए, तो साल बर्बाद नहीं होगा. जरूरत पड़े तो 10वीं और 12वीं के औसत से भी दाखिला दिया जा सकता है. इस मामले में स्पीक अप इंडिया के जरिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी JEE और NEET परीक्षा के आयोजन का विरोध जताया है.
सीएम बघेल ने कहा है कि मई में जिस परीक्षा को टाला गया था. उसे ऐसे समय में केंद्र सरकार कराना चाहती है जब कोरोना संकट चरम पर है. उन्होंने कहा कि इसका वे पुरजोर विरोध करते हैं. सीएम बघेल ने कहा कि एक ओर देश कोरोना जैसी महामारी से जूझ रहा है. दूसरी ओर इस महामारी के दौरान मोदी सरकार परीक्षा आयोजित करने पर आमादा है. कांग्रेस छात्रों के साथ खड़ी है और कांग्रेस छात्रों की सुरक्षा के लिए आवाज उठा रही है.
कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष ने जताया मोदी सरकार के फैसले का विरोध
कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने इस मामले में कहा है कि JEE, NEET मामले में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई है. उन्होंने आगे कहा कि इस समय पूरे देश में बारिश हो रही है. कई राज्यों में बाढ़ के कारण रास्ते बाधित हैं, इसलिए छात्र परीक्षा टालने की मांग कर रहे हैं, लेकिन मोदी सरकार घमंड की वजह से अड़ी हुई है, जबकि कांग्रेस छात्रों के साथ है.
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