रायपुर: महाराष्ट्र के औरंगाबादजिले में रेल की पटरियों पर सो रहे 16 प्रवासी मजदूरों की आज सुबह मालगाड़ी की चपेट में आने से मौत हो गई. कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के मद्देनजर लागू लॉकडाउन के बीच यह प्रवासी श्रमिक अपने मूल स्थान पर वापस लौटने का प्रयास कर रहे थे. इस हादसे को लेकर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और जेसीसीजे सुप्रीमो अजीत जोगी समेत कई मंत्री और नेताओं ने दुख जताया है.
CM ने दूसरे राज्यों में फंसे लोगों की घर वापसी के लिए की 28 ट्रेनों की मांग
मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर मृतकों के प्रति संवेदना व्यक्त की है. उन्होंने लिखा कि 'यह दुर्घटना घर जाने की चाह रखने वाले इन मजदूरों के प्रति हमारी संवेदनशीलता पर भी प्रश्नचिन्ह लगाती है.'
पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने ट्वीट किया कि 'औरंगाबाद की हृदय विदारक रेल दुर्घटना में मजदूर साथियों के निधन समाचार से मन को गहरा दुख पहुंचा है.' उन्होंने सभी मृतकों की आत्मा की शांति की प्रार्थना की है.
जेसीसीजे सुप्रीमो अजीत जोगी ने इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि यह एक दिल दहला देने वाली घटना है, सभी मजदूरों का उचित इलाज हो और सभी को पर्याप्त मुआवजा मिले इसी बात की कामना है.
जालना रेलवे लाइन के पास हुआ हादसा
औरंगाबाद के करमद के पास यह भयानक हादसा हुआ. यहां रेल की पटरी पर प्रवासी मजदूरों को एक मालगाड़ी ने चपेट में ले लिया. औरंगाबाद के जालना रेलवे लाइन के पास ये हादसा हुआ है, जिसमें 16 मजदूरों की मौत हो गई है. यह सभी मजदूर मध्य प्रदेश के उमरिया और शहडोल के रहने वाले हैं. यह सभी मजदूर पटरी से चलकर अपने घरों को जा रहे थे, मजदूर पटरी पर ही सो गए थे, जिसके बाद ये दुखद हादसा हुआ है.
छत्तीसगढ़ के मजदूरों को वापस लाने की हो रही तैयारी
छत्तीसगढ़ के प्रवासी मजदूरों की घर वापसी के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रेल मंत्रालय को पत्र लिखा है. सीएम ने सभी प्रवासियों को वापस राज्य लाने के लिए कुल 28 ट्रेनों की मांग की है. ये सभी ट्रेने देशभर में फंसे छत्तीसगढ़ के मजदूरों, छात्रों, पर्यटकों को वापस लाने के लिए चलाई जाएगी. इसके लिए सभी की जानकारी रायपुर के कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में जुटाई जा रही है.