रायपुर: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में बाइक सवारों ने 3 वर्ष के बच्चे का अपहरण कर लिया है. घटना राजेंद्र नगर बूढ़ी माई मंदिर के पास की है. मंगलवार बुधवार की देर रात 2 बजे बाइक सवार बदमाशों ने 3 साल के मासूम सुभाष को किडनैप किया और उसे अपने साथ ले गए. सुभाष अपने मां बाप के साथ मंदिर के बाहर झोपड़ी में सो रहा था. सुबह सुबह जब मां की आंख खुली तो उसने पति को इसके बारे में बताकर सिविल लाइन थाना पुलिस को सूचना दी. घटना में एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है. जिसके बाद पुलिस की अलग-अलग टीमें जांच में जुट गई है.
रेकी कर वारदात को दिया अंजामदरअसल पूरा मामला राजधानी रायपुर के सिविल लाइन थाना क्षेत्र का है. जहां 3 साल के मासूम सुभाष सोनवानी को बाइक सवार दो युवक उठाकर ले गए हैं. आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे में बदमाश बच्चे को ले जाते कैद हुए हैं. रिंग रोड के पास अपहरणकर्ताओं का फुटेज नहीं मिला है. साथ ही देर रात होने की वजह से फुटेज भी साफ नजर नहीं आया है।.जिससे गाड़ी का नंबर या बदमाशों की पहचान की जा सके. वारदात को अंजाम देने के अंदाज से पुलिस को अंदेशा है कि आरोपी ने पहले से ही क्षेत्र की रेकी कर रखी थी. इसी वजह से आसानी से उन्होंने वारदात को अंजाम दिया. मामला दर्ज होने के बाद पुलिस जांच में जुट गई है. सूचना मिलते ही आसपास के सीसीटीवी कैमरे की जांच की गई. परिजनों से पूछताछ की जा रही है. मुखबिरों को सक्रिय किया गया है. इसके साथ ही बॉर्डर में नाकेबंदी कर तलाश में पुलिस जुटी हैं.
बदमाश बच्चे को लेकर तेलीबांधा की ओर भागे सिविल लाइन सीएसपी वीरेंद्र चतुर्वेदी ने बताया कि, पुराना राजेन्द्र नगर के पास की घटना है. देर रात बलराम सोनवानी अपने बच्चों के साथ फुटपाथ पर सोया हुआ था. रात करीब 1:30 से 2 बजे बाइक सवार आए और उसके छोटे बच्चे सुभाष को अपने साथ लेकर फरार हो गए. उनकी रिपोर्ट पर सिविल लाइन थाना में धारा 363 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है. साथ ही इसमें लगातार सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है, जो भी चीजें मिलती जा रही है उस आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है. बदमाशों का लोकेशन तेलीबांधा की ओर जाते हुए मिला है. हमारी टीमें उस ओर भी बदमाशों की पतासाजी कर रही है.
टिकरापारा से लापता मुस्तफा का अब तक पता नहींआपको बता दें कि, कुछ माह पहले टिकरापारा थाने से भी एक बच्चा लापता हो गया था. घर के सामने खेलता हुआ मुस्तफा कहां गया अब तक किसी को पता नहीं है. पुलिस की अलग-अलग टीमें मुस्तफा की तलाश में कई राज्यों की खाक ली. लेकिन कुछ भी पता नहीं चला.