रायपुर:प्रदेश के नए मुख्य सचिव अमिताभ जैन गुरुवार को आरंग विकासखंड के बैहार गौठान पहुंचे. मुख्य सचिव जैन ने यहां महिला स्व सहायता समूहों के माध्यम से संचालित गौठान का अवलोकन किया और केचुएं, गोबर और पैरा जैसे कृषि अवशेषों की सहायता से बनाए जा रहे वर्मी कम्पोस्ट इकाई का अवलोकन किया.
मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने केचुआं उत्पादन के साथ-साथ ‘गौठान छत्तीसगढियां फैक्टरी‘ और उद्यमिता विकास केन्द्र के माध्यम से महिला स्व सहायता समूहों के कोयले, चारकोल के अलावा गोबर से निर्मित किए जा रहें अगरबत्ती निर्माण, गोबर गमला निर्माण, गौ मूत्र और नीम आदि की सहायता से बनाए जा रहे कीटनाशक स्प्रे, साबुन निर्माण इकाई, चैनलिंक फैसिंग निर्माण इकाई, मशरूम उत्पादन कार्य, सिलाई मशीन के माध्यम से बनाए जा रहे मास्क और बाड़ी के माध्यम से बरबट्टी और टमाटर की उद्यानिकी का अवलोकन किया. उन्होंने महिलाओं की ओर से किए जा रहें कार्यों की सराहना की और उनसे रूबरू होकर उनके कामकाज की जानकारी ली.
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मुख्य सचिव ने महिलाओं से पूछी ये बात
मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने गौठान के माध्यम से खरीदे गए गोबर और महिलाओं के बनाए जैविक गोबर खाद के बिक्री की व्यवस्था की जानकारी ली. उन्होंने महिलाओं से पूछा कि वे अपने काम और इससे मिलने वाले लाभ से खुश है या नहीं. इसके जवाब में महिलाओं ने बताया कि समिति ने गोधन न्याय योजना के माध्यम से 2 हजार 35 क्विंटल गोबर की खरीद की थी और इसके लिए बड़ी संख्या में वर्मी कम्पोस्ट स्ट्रक्चर बनाया गया है. अब वर्मी खाद का उत्पादन शुरू हो गया है. इनका पैकेजिंग कर समितियों के माध्यम से बेचने की व्यवस्था की गई है. अधिकारियों ने बताया कि उद्यानिकी, कृषि, वन आदि के विभागों से वर्मी कम्पोस्ट की मांग आ रहीं है. महिलाओं ने बताया कि उन्हें उम्मीद है कि इससे उन्हें लाभ होगा.
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