Chhattishgarh Election 2023 : छत्तीसगढ़ की राजनीति में परिवारवाद का मुद्दा गरम, पूर्व सीएम के रिश्तेदार को मिला टिकट, कांग्रेस हुई हमलावर
Chhattishgarh Election 2023 छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों का ऐलान हो रहा है. बीजेपी की पहली सूची जारी होने के बाद अब राजनीतिक गलियारों में बयानबाजी तेज होने लगी है.कांग्रेस ने पहली सूची का हवाला देते हुए जहां बीजेपी को परिवारवाद के नाम पर घेरने की कोशिश की है.वहीं बीजेपी ने कांग्रेस को नेहरू गांधी परिवार की पार्टी बताया है.
छत्तीसगढ़ की राजनीति में परिवारवाद का मुद्दा गरम
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Published : Aug 18, 2023, 5:56 PM IST
छत्तीसगढ़ की राजनीति में परिवारवाद का मुद्दा गरम
रायपुर :बीजेपी ने छत्तीसगढ़ चुनाव में अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी.जैसे ही ये सूची जारी हुई. अचानक प्रदेश की सियासी हवा गर्म हो गई.क्योंकि इस सूची में एक नाम ऐसा था. जिसे देखने के बाद कांग्रेस ने इसे मुद्दा बनाकर बीजेपी को घेरने में जरा भी देरी नहीं की.इस नाम को देखकर खुद सीएम भूपेश बघेल सामने आए और वंशवाद,परिवाद को लेकर बीजेपी पर जमकर हमला बोला. वहीं कांग्रेस के आरोपों पर पलटवार करते हुए बीजेपी ने नेहरू से लेकर प्रियंका गांधी तक के नामों को हवाला देकर अपनी सफाई दी है.
वंशवाद को लेकर बीजेपी पर सीएम भूपेश का हमला :बीजेपी की पहली सूची में खैरागढ़ विधानसभा से विक्रांत सिंह को टिकट दिया गया है.विक्रांत सिंह बीजेपी के अंदर कोई नया नाम नहीं है.मौजूदा समय में विक्रांत सिंह खैरागढ़ जिला उपाध्यक्ष हैं.लेकिन बीजेपी से इससे भी बड़ा उनका गहरा नाता है.क्योंकि विक्रांत सिंह रिश्ते में पूर्व मुख्यमंत्री और मौजूदा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ रमन सिंह भांजे हैं.जिसे लेकर अब सीएम भूपेश बघेल ने बीजेपी पर सवाल उठाए हैं.
''जो सबसे चौंकाने वाला टिकट है वह विक्रांत सिंह का है.परिवारवाद नहीं चलेगा तो यह तो रमन सिंह के भांजे हैं. तो रमन सिंह जी और उसके बेटे का पत्ता क्या भाजपा साफ करने वाली है. कल जो रिजल्ट आया है. उसकी सबसे बड़ी खबर तो यही होनी चाहिए. विक्रांत सिंह को टिकट मिलना क्या संकेत है कि रमन सिंह और अभिषेक सिंह को टिकट शायद ना मिले. वही तो देखना है विक्रांत सिंह जी को टिकट मिल गया है. तो रमन सिंह को और अभिषेक सिंह को टिकट मिलता है कि नहीं. यह परिवारवाद दूसरों के लिए है कि अपने लिए है.'' भूपेश बघेल, सीएम, छत्तीसगढ़
बीजेपी की जारी सूची को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने चुटकी ली है. बघेल ने कहा कि बीजेपी की सूची में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व गृह मंत्री रामसेवक पैकरा का पत्ता साफ हो गया. दूसरा जो कहर बरपाने वाली खबर है. वह ये है कि ओपी चौधरी का खरसिया से पत्ता साफ हो गया.
कांग्रेस के बयान पर बीजेपी का पलटवार :वहीं सीएम भूपेश के बयान पर बीजेपी ने पलटवार किया है. छत्तीसगढ़ बीजेपी मीडिया विभाग के सह प्रभारी अनुराग अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेस एक परिवार की गुलामी करने वाली पार्टी है, यदि खैरागढ़ के प्रत्याशी की बात की जाए तो खैरागढ़ जाकर देखिए. तीन बार नगर पालिका अध्यक्ष, दो बार पंचायत अध्यक्ष, बीजेपी में टिकट वितरण योग्यता के आधार पर होती है.
''वहीं कांग्रेस भ्रम और भय में है. क्योंकि नेहरू, फिर इंदिरा, फिर राजीव, फिर सोनिया, फिर राहुल और अब प्रियंका एक परिवार की लगातार गुलामी करने वालों की मानसिकता में परिवारवाद के अलावा कुछ नहीं आ सकता.जिन दिग्गजों के नाम इस सूची में शामिल नहीं है. इसका मतलब ये नहीं कि उनकी टिकट कट गई. अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगा.''अनुराग अग्रवाल, सहप्रभारी मीडिया विभाग , बीजेपी
आपको बता दें कि बीजेपी की पहली सूची में पाटन से विजय बघेल को टिकट दिया गया है.जहां से कांग्रेस के दिग्गज नेता और मौजूदा सीएम भूपेश बघेल चुनाव लड़ते हैं.वहीं खैरागढ़ से विक्रांत सिंह को मौका मिला है.इसी बात को लेकर कांग्रेस अब बीजेपी पर हमलावर है.लेकिन बीजेपी का कहना है कि जो दल सिर्फ एक ही परिवार के इर्द गिर्द घूमकर अपनी राजनीति कर रहा है,उसे वंशवाद और परिवारवाद पर ज्ञान नहीं देना चाहिए.