Chhattisgarhi film industry: छत्तीसगढ़ी फिल्म कलाकारों का राजनीतिक सफर
छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक दलों में शामिल होने का सिलसिला जोरों पर है. हाल ही में छत्तीसगढ़ी फिल्म अभिनेता अनुज शर्मा ने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ली है. आइए जानते हैं उन छत्तीसगढ़ी फिल्म इंडस्ट्री के कलाकारों के बारे में, जिन्होंने राजनीति में कदम रखा, साथ ही उनका राजनीतिक सफर कैसा रहा.
राजनीति में छत्तीसगढ़ी फिल्म के कलाकार
By
Published : Jun 6, 2023, 2:13 PM IST
|
Updated : Jun 9, 2023, 4:03 PM IST
कई छत्तीसगढ़ी कलाकारों ने रखा है राजनीति में कदम
रायपुर: यह पहला मौका नहीं है जब किसी छत्तीसगढ़ी फिल्म इंडस्ट्री से आने वाले कलाकार ने राजनीति में कदम रखा हो. इससे पहले भी कई ऐसे चेहरे हैं, जिन्होंने राजनीतिक दलों का दामन थामा है. कुछ लोगों को राजनीतिक दलों ने बड़ी जिम्मेदारियां दी, तो कुह सिर्फ शामिल होकर ही रह गए.
फिल्म निर्माता परेश बागबाहरा का सफर: छत्तीसगढ़ सिनेमा जगत से जुड़े लोगों का राजनीति से आज का वास्ता नहीं है. जब से छत्तीसगढ़ अलग राज्य बना है, तब से यह ऐसा देखा जा रहा है. छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री अजीत जोगी कलाकारों को बहुत महत्व देते थे. उसकी झलक तब देखने को मिली, जब विधायक परेश बागबहरा को फिल्म समिति का अध्यक्ष अजित जोगी ने बनाया था. परेश बागबहरा विधायक के साथ साथ फिल्म मेकर रहे हैं. सनी देओल और डिंपल कपाड़िया की फिल्म के निर्माता परेश बागबहरा थे. उस फिल्म में उन्होंने छोटा सा रोल अदा किया था. इसके साथ ही वे छत्तीसगढ़ी फिल्म "भोला छत्तीसगढ़िया" मुख्य किरदार में रहे.
फिल्म निर्माता परेश बागबाहरा का सफर
मशहूर निर्माता क्षमानिधि मिश्रा का सफर: छत्तीसगढ़ के मशहूर फिल्म निर्माता, निर्देशक और अभिनेता क्षमानिधि मिश्रा छत्तीसगढ़ सिनेमा के जाने-माने चेहरा थे. विधानसभा चुनाव 2003 के दौरान समाजवादी पार्टी ने भी छत्तीसगढ़ के कई विधानसभा सीटों में अपने प्रत्याशियों को उतारा था. समाजवादी पार्टी ने बसना से क्षमानिधि मिश्रा को चुनावी मैदान में उतारा था. उस समय समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अमर सिंह हुआ करते थे और समाजवादी पार्टी से ही राज बब्बर सांसद थे. पार्टी हाईकमान के आदेश के बाद राज बब्बर और अमर सिंह क्षमानिधि मिश्रा के चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे हुए थे. एक सभा के दौरान दोनों नेता एक मंच पर दिखाई दिए और दोनों नेताओं ने हजारों की संख्या में पहुंचे लोगों को संबोधित किया. हालांकि क्षमानिधि मिश्रा चुनाव हार गए थे और बाद में वे राजनीति से दूर होते चले गए.
निर्माता क्षमानिधि मिश्रा रहे समाजवादी पार्टी का चेहरा
भाजपा में शामिल हुए अनुज शर्मा:हाल ही में 1 जून को छत्तीसगढ़ के मशहूर अभिनेता अनुज शर्मा ने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ले लिया. लेकिन एक समय वे कांग्रेस से जुड़े हुए भी दिखाई दिए थे. अजित जोगी के पुत्र अमित जोगी ने अनुज शर्मा को प्रदेश यूथ कांग्रेस का उपाध्यक्ष बनाया था. अनुज शर्मा छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी की सरकार आने के बाद सीएम रमन सिंह के बेटे अभिषेक के भी नजदीक रहे. अब वे भाजपा में प्रवेश कर चुके हैं.
भाजपा में शामिल हुए अनुज शर्मा
प्रकाश अवस्थी और राजेश अवस्थी की राजनीतिक पारी:छत्तीसगढ़ी फिल्म अभिनेता प्रकाश अवस्थी और राजेश अवस्थी ने भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन की थी. अब वे लगातार भारतीय जनता पार्टी के साथ जुड़कर काम कर रहे हैं. राजेश अवस्थी छत्तीसगढ़ी फिल्म विकास निगम के प्रथम अध्यक्ष रहे. 2013 में भाजपा ने उन्हें अध्यक्ष बनाया था.
पुष्पेंद्र सिंह का महंत परिवार से है खास रिश्ता: छत्तीसगढ़ सिनेमा के कई कलाकार हैं, जो राजनीतिक दलों में नजर आते हैं. पुष्पेंद्र सिंह एक अच्छे अभिनेता हैं और वे विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत के रिश्तेदार भी कहे जाते हैं. जब भी चरणदास महंत या उनकी पत्नी ज्योत्सना महंत चुनाव लड़ती हैं तो वे उनके पक्ष में प्रचार प्रसार करते नजर आते हैं.
आप का चेहरा बनीं मुस्कान साहू: छत्तीसगढ़ी फिल्म की एक बड़ी अभिनेत्री मुस्कान साहू आम आदमी पार्टी ज्वाइन कर चुकी हैं. इससे पहले कलाकारों के बीच काफी चर्चा थी कि वह आम आदमी पार्टी में प्रवेश कर सकती हैं. सरल स्वाभाव की धनी मुस्कान ने BA फर्स्ट ईयर से लेकर बेनाम बादशाह जैसी सुपरहिट फिल्मों में अपने अभिनय का परचम लहराया.
आप का चेहरा बनीं मुस्कान साहू
छत्तीसगढ़ी कलाकारों का राजनीति में दखल: वरिष्ठ पत्रकार अनिरुद्ध दुबे ने बताया, "2003 विधानसभा चुनाव के दौरान छत्तीसगढ़ी सिनेमा के कलाकार दो भागों में बंट गए थे. कुछ लोग भारतीय जनता पार्टी के लिए प्रचार करते हुए नजर आए, तो कुछ कांग्रेस के लिए. छत्तीसगढ़ सिनेमा के कई कलाकार आज भी राजनीतिक पार्टियों के लिए प्रचार करते हुए नजर आते हैं. लेकिन छत्तीसगढ़ी फिल्म इंडस्ट्री को भी यह समझ आ गया कि राजनीतिक फायदे के लिए ही छत्तीसगढ़ी फिल्मी इंडस्ट्री का इस्तेमाल किया जाता है."
छत्तीसगढ़ी कलाकारों का राजनीति में कदम
छत्तीसगढ़ में कई बार फिल्म नीति और फिल्म सिटी की बात हुई. लेकिन अब तक धरातल में यह चीजें नजर नहीं आती है. कहीं ना कहीं अब छत्तीसगढ़ी फिल्म इंडस्ट्री को राजनीतिक दाव पेंच का पता चल गया है. लोग कहने लगे हैं कि सिर्फ राजनीतिक फायदे के लिए ही उन्हें प्रचार प्रसार के लिए बुलाया जाता है. बाकी फिल्म और कला से इन दलों का कोई लेना देना नहीं है.