रायपुर:राज्य निर्वाचन आयुक्त ठाकुर राम सिंह ने बताया कि प्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव 2019 के लिए शांतिपूर्वक मतदान हुआ. राज्य निर्वाचन आयुक्त ने बताया कि अभी तक 66 फीसदी मतदान के आंकड़े मिले हैं, अंतिम आंकड़े आना बाकी हैं. उन्होंने कहा कि दिन में ही परिणाम आ सकते हैं. इस बार बैलेट पेपर से मतदान हुआ है.
नगरीय निकाय चुनाव: 66.41% मतदान, अंतिम आंकड़े आना बाकी, जानें बड़ी बातें - छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनाव
राज्य निर्वाचन आयुक्त ने बताया कि अभी तक 66.41 फीसदी मतदान के आंकड़े मिले हैं, अंतिम आंकड़े आना बाकी हैं.
जिला निर्वाचन कार्यालय से प्राप्त अंतिम आंकड़ों के अनुसार नगर निगम रायपुर में 58.34 प्रतिशत, नगर पालिका परिषद आरंग में 80.26 प्रतिशत, नगर पालिका परिषद-तिल्दा नेवरा में 76.97 प्रतिशत, नगर पालिका परिषद गोबरा- नवापारा में 76.96 प्रतिशत मतदान हुआ. इसी तरह नगर पंचायत माना कैम्प में 75.38 प्रतिशत, नगर पंचायत खरोरा में 84.37 प्रतिशत, नगर पंचायत अभनपुर में 81.89 प्रतिशत, नगर पंचायत कूंरा में 89.57 प्रतिशत वोटिंग हुई. बीरगांव नगर निगम में आयोजित उपचुनाव में 71.87 प्रतिशत मतदान हुआ.
राज्य निर्वाचन आयुक्त की बड़ी बातें-
- राज्य के 5427 केंद्रों पर शांति पूर्वक मतदान हुए. जहां भी विवाद की स्थिति बनी वहां संभाल लिया गया.
- कुल 40 लाख 5 हजार 353 मतदाता थे.
- 20 लाख 4 हजार 607 पुरुष और 20 लाख 303 महिला मतदाता दर्ज थे.
- कहीं से बड़ी हिंसा या घटना की खबर नहीं मिली है.
- 12 वार्डों में निर्विरोध निर्वाचन हुआ है.
- रायपुर में एक जगह पुनर्मतदान की स्थिति बन सकती है.
- अभी तक राज्य में 66.41 फीसदी मतदान दर्ज किया गया है. अंतिम आंकड़े आना बाकी है.
- 153 जगहों पर कुल वोट पड़े. 151 नगरीय निकाय और 2 जगह उपचुनाव हुए हैं.
- रायपुर में 71.87 फीसदी वोट पड़े. अंतिम आंकड़े आना बाकी हैं.
- बिलासपुर में 71.46 फीसदी वोट पड़े. अंतिम आंकड़े आना बाकी हैं.
- सिर्फ 2 गंभीर शिकायतें पाई गई हैं. धमतरी और बिलासपुर से गंभीर शिकायतें मिली.
- धमतरी और बिलासपुर की शिकायतों की जांच जारी है.
- मतदाताओं को लेकर जा रही 3 गाड़ियां पकड़ी गईं.
- बैलेट पेपर से मतदान होने पर भी ज्यादा वक्त नहीं लगा.
- मतगणना में ज्यादा वक्त नहीं लगेगा, उम्मीद है कि दिन में ही परिणाम आ जाएगा.
- मतपत्र हमेशा प्राइवेट ही छपवाया जाता है. लेकिन उनकी प्रक्रिया है और सुरक्षा के इंतजाम किए जाते हैं.
- दोनों महीने तक मतदाताओं को जागरूक करने का काम किया गया.