रायपुर: छत्तीसगढ़ राज्य बने 22 साल हो गए. इस अवसर पर राजधानी रायपुर सहित प्रदेश के सभी जिलों में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं. पूरे प्रदेश में उत्साह का माहौल है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि छत्तीसगढ़ का नामकरण कब (History of Chhattisgarh) किया गया? इसे लेकर अलग अलग दावे किए जाते रहे हैं. Chhattisgarh Rajyotsav 2022
Chhattisgarh Rajyotsav 2022: 535 साल पहले छत्तीसगढ़ का किया गया था नामकरण, राज्य बने हुए 22 साल - 1 नवंबर 2000 को ही छत्तीसगढ़ राज्य का गठन
Chhattisgarh Rajyotsav 2022: मध्य प्रदेश से अलग होकर छत्तीसगढ़ राज्य को बने 22 साल हो गए हैं. इस मौके पर राजधानी रायपुर सहित प्रदेश के सभी जिलों में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं. छत्तीसगढ़ का इतिहास जितना पुराना है, उतना ही "छत्तीसगढ़" नाम रखे जाने का इतिहास भी काफी पुराना है. तो आइये छत्तीसगढ़ नाम के पीछे के इतिहास को समझते हैं.
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छत्तीस 'किले' से जन्मा 'छत्तीसगढ़' शब्द : डॉ रमेंद्र नाथ मिश्र ने कहा कि "पहले यहां 36 गढ़ थे. शाब्दिक दृष्टि से छत्तीसगढ़ का अर्थ होता है छत्तीस 'किले' या 'गढ़'. कलचुरी शासन काल में रतनपुर शाखा एवं रायपुर शाखा के अन्तर्गत 18-18 कुल 36 गढ़ थे. ऐसी मान्यता है कि इन गढ़ों के कारण ही वर्तमान यह प्रदेश 'छत्तीसगढ़' (History of Chhattisgarh) कहलाया.
1 और 2 नवंबर से जुड़ा है छत्तीसगढ़ का इतिहास: डॉ रमेंद्र नाथ मिश्र ने बताया कि "छत्तीसगढ़ के साथ एक ऐसा संजोग रहा है. जो की 1 और 2 नवंबर से जुड़ा है. जब मध्यप्रांत बना, तो उस समय 2 नवंबर 1861 था. उस समय छत्तीसगढ़ प्रांत को मध्यप्रांत में सम्मिलित किया गया. बाद में जब मध्य प्रदेश अस्तित्व में आया, तो वह तारीख 1 नवंबर 1956 था. उसके बाद 1 नवंबर 2000 को ही छत्तीसगढ़ राज्य का गठन (History of Chhattisgarh) किया गया. इस तरह कह सकते हैं कि छत्तीसगढ़ का 01 और 02 नवंबर से संयोग हमेशा से जुड़ा रहा है.