Pravesh Shala Utsav: छत्तीसगढ़ में स्कूल खुलने से बाजारों में रौनक, स्टेशनरी और स्कूल ड्रेस की दुकानों में लगी भीड़ - छत्तीसगढ़ में स्कूल खुलने से पहले बाजारों में रौनक
Pravesh Shala Utsav: छत्तीसगढ़ में स्कूल शाला महोत्सव शुरू हो गया है. स्कूल खुलने की वजह से छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के बाजार गुलजार हो गए हैं. यहां स्कूल ड्रेस की दुकान और स्टेशनरी के दुकानों में लोगों की भीड़ जुट रही है.
स्कूल शाला महोत्सव
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Published : Jun 25, 2023, 10:33 PM IST
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Updated : Jun 26, 2023, 11:59 AM IST
स्टेशनरी और स्कूल ड्रेस के दुकानों में लगी भीड़
रायपुर: छत्तीसगढ़ में आज से स्कूल खुल गए हैं. इस बार सभी सरकारी स्कूल, निजी स्कूलों में शाला प्रवेश उत्सव मनाया जा रहा है. करीब दस दिन की देरी से स्कूल खुले हैं. स्कूल में नए सत्र की शुरुआत से बाजारों में भी जमकर रौनक नजर आ रही है. स्कूल यूनिफॉर्म से लेकर स्टेशनरी दुकानों, स्कूल बैग, रेनकोट छाते और जूते सहित पानी के बोतल खरीदने के लिए लोग पहुंच रहे हैं. इस बार स्टूडेंट्स की सुविधा को ध्यान में रखते हुए दुकानदारों ने हल्के वजन वाले समानों पर ज्यादा फोकस किया है. इस मौके पर ईटीवी भारत ने शहर के बाजारों का जायजा लिया और दुकानदारों से बातचीत की है.
हल्के बैग की डिमांड:स्कूल बैग और रेनकोट के व्यापारी अमित ने बताया कि " पैरेंट्स स्कूल बैग से लेकर रेनकोट और छाता लेने के लिए पहुंच रहे हैं. इस बार बाजार में कार्टून कैरेक्टर वाले बैग की डिमांड है. इसके साथ ही पैरेंट्स हल्के वजन वाले बैग की डिमांड कर रहे हैं. 250 रुपए से 300 रुपए तक के बैग बाजार में हैं. 3000 हजार रुपए तक के स्कूल बैग भी उपलब्ध हैं. इसके साथ ही वाटर प्रूफ वाले स्कूल बैग की भी डिमांड ज्यादा है. बैग के अंदर ही रेन कवर होते हैं, जो बैग को पानी से बचाते हैं."
" बारिश का मौसम आ गया है. ऐसे में स्कूली बच्चों के लिए कार्टून कैरेक्टर वाले छाते और रेनकोर्ट की भी डिमांड ज्यादा है. बाजार में डोरेमोन ,यूनिकॉर्न , मिकी माउस , बेनटेन ,निंजा और डोरा जैसे अलग-अलग कार्टून कैरेक्टर वाले छातों और रेनकोट की डिमांड है.इस बार बाजार में कैप्सूल वाले छाते है, कई बार छाते को रखने में परेशानी होती है. ऐसे में कैप्सूल वाले छाते को आसानी से छोटी जगह पर रखा सकता है. इसे लोग बहुत पसंद भी कर रहे है" अमित, दुकानदार, रायपुर
"दुकानों में इस बार हर प्रकार के स्टेशनरी उपलब्ध हैं. इसके अलावा अलग-अलग बोर्ड सीबीएसई ,एनसीईआरटी, छत्तीसगढ़ बोर्ड की किताबें उपलब्ध हैं. स्टेशनरी में इंडियन और चाइनीज आइटम की डिमांड है, मैग्नेटिक कंपास , टॉर्च वाले कम्पास आए हैं. जिसकी डिमांड अधिक है.इस कारण मजबूरी में हमें चाईना वाले आईटम रखने पड़ रहे है.इसके अलावा इंडियन प्रोडक्ट भी कम रेट पर उपलब्ध हैं.सरकार ने पहले किताबें मुफ्त में बांट दी थी. अब नोट बुक को भी फ्री में बांटा जा रहा है. हम इसका स्वागत करते हैं, लेकिन हम शहर में चुनिंदा कॉपी किताब के व्यापारी हैं. हम कहां जाए. सरकार को बच्चों की फीस माफ कर देनी चाहिए. ताकि बच्चों को और फायदा हो. सरकार को कॉपी किताब व्यापारियों की ओर भी ध्यान देना चाहिए ताकि उनका भी व्यापार बना रहे. : परवेज शकीलुद्दीन, स्टेशनरी दुकान के मालिक
"सोमवार से स्कूल खुल रहे हैं. इसलिए मैं अपने बेटे को लेकर शॉपिंग के लिए पहुंचा हूं. मैंने अपने बेटे के लिए स्कूल यूनिफॉर्म, किताबें, जूतें और बरसाती की खरीदारी की है." विशाल अग्रवाल, अभिभावक
"इस बार स्कूल शूज में ग्रुप वाले शूज की डिमांड अधिक है. उसके साथ ही पीटी शूज और व्हाइट शूज की बिक्री अच्छी हो रही. 200 रुपए से लेकर 1200 रुपए की रेंज में स्कूल के जूते बाजार में है.पैरेंट्स की डिमांड हमेशा लाइट वेट के जूतों की रहती है. लेकिन उसके रेंज ज्यादा होने के कारण लोग अपने बजट के हिसाब से जूते खरीद रहे हैं. हल्के वजन के जूतों की कीमत 400 रुपए से लेकर 1200 रुपए तक है. इस बार स्कूल देरी से खुल रहे हैं. इसलिए पिछले तीन चार दिनों से बाजारों में और ज्यादा रौनक है": हाजी अनवर अली, संचालक, फुटवियर दुकान
स्कूल खुलने और प्रवेशशाला उत्सव का कारोबारियों और दुकानदारों को अरसे से इंतजार रहता है. इस बार भी दुकानदारों को इंतजार था. लेकिन गर्मी ने सारा खेल बिगाड़ दिया. सरकार ने स्कूलों में छुट्टियों की घोषणा कर दी थी. अब 26 जून से स्कूल खुल रहे हैं. जिससे एक बार फिर प्रवेश शाला को लेकर बाजार में तेजी दिख रही है.