रायपुर: कोरोना संकट की वजह से हुए लॉकडाउन में पुलिस ने विपरीत परिस्थिति में न सिर्फ अपना फर्ज निभाया है, बल्कि लोगों की मदद भी की. प्रदेशभर से पुलिस के कठिन परिस्थिति में ड्यूटी करने के साथ ही लोगों की मदद के लिए की गई कोशिशें करते हुए कई तस्वीरें सामने आई हैं.
पुलिस ने इस दौरान दिनरात सेवा की है. वे आम लोगों के लिए एक सच्चे दोस्त बनकर सामने आए हैं. प्रदेश में पुलिस की कुछ कोशिशें काफी चर्चा में रहीं.
जशपुर में पहाड़ी कोरवा की मदद
लॉकडाउन के दौरान विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा के गरीब परिवारों की मदद के लिए जशपुर पुलिस और समाजसेवी आगे आए. उन्होंने गांव जाकर पहाड़ी जनजाति के गरीब परिवारों को राशन सामग्री, तेल, साबुन और मास्क बांटा. इसके अलावा उन्हें कोरोना वायरस से बचाव के लिए भी जागरूक किया.
कोरबा में कोरोना को रोका
छत्तीसगढ़ में कटघोरा कोरोना वायरस का हॉटस्पॉट तो बना, लेकिन अच्छी बात यह रही कि कोरोना का संक्रमण मस्जिद वाली गली तक ही सीमित रहा. कोरबा जिले में पाए गए कुल 28 कोरोना पॉजिटिव में से 27 मरीज कटघोरा के इसी मस्जिद वाली गली से मिले थे. कोरोना का संक्रमण इस गली से निकलकर जिले में किसी भी अन्य स्थान पर पांव नहीं पसार सका. इसका सबसे बड़ा श्रेय उन जवानों को जाता है, जो दिनरात पूरी जांबाजी के साथ कोरोना हॉटस्पॉट के इस केंद्र बिंदु में डटे रहे. अब कटघोरा में पिछले कुछ दिनों से परिस्थितियां सामान्य हैं.
जगदलपुर में छुट्टी पर आए पर निभाया फर्ज
जगदलपुर में दूसरे जिले से छुट्टी मनाने आए पुलिसकर्मी और कर्मचारी भी अपना फर्ज निभाते हुए कोरोना के साथ इस लड़ाई में अपना कर्तव्य निभा रहे थे. कोई भी कोरोना वॉरियर्स अपने मूल जिले में फिलहाल नहीं था, फिर भी ये बस्तर में अपनी सेवाएं दे रहे थे, ताकि कोरोना से निर्णायक जंग हम जीत सकें.