छत्तीसगढ़

chhattisgarh

ETV Bharat / state

विधायकों का दिल्ली में डेरा, फिर भी टॉप लीडरों से मुलाकात नहीं, क्या छत्तीसगढ़ के नेताओं की गिर चुकी है साख ?

छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री की कुर्सी का किस्सा दिलचस्प हो गया है. वहीं शक्ति प्रदर्शन के लिए दिल्ली गए भूपेश समर्थित विधायकों से कांग्रेस के टॉप लीडर्स की मुलाकात नहीं हो पा रही है. ऐसे में इस बात को काफी बल मिल रहा है कि छत्तीसगढ़ के नेताओं की दिल्ली में साख गिर गई है.

State-country level Congress leaders gathered together (File)
एक साथ जुटे प्रदेश-देश स्तर के कांग्रेस नेता (फाइल)

By

Published : Oct 2, 2021, 6:06 PM IST

Updated : Oct 2, 2021, 6:23 PM IST

रायपुर :पिछले कुछ महीनों से समय-समय पर छत्तीसगढ़ के विधायक (MLA of Chhattisgarh) सहित अन्य नेता बार-बार दिल्ली जा रहे हैं, लेकिन वहां न तो उनकी हाईकमान (High Command) से मुलाकात हो रही है न ही प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया (State in-charge PL Punia) से ही. यहां तक कि कांग्रेस के अन्य टॉप लीडर (Other Top Leaders Of Congress) भी छत्तीसगढ़ के कांग्रेस नेताओं और जनप्रतिनिधियों से नहीं मिल रहे हैं. इससे साफ जाहिर हो रहा है कि दिल्ली के टॉप लीडरों ने छत्तीसगढ़ के नेताओं से किनारा कर लिया है.

वरिष्ठ पत्रकार शशांक शर्मा
कांग्रेस के टॉप लीडरों ने छत्तीसगढ़ के नेताओं से बना रखी है दूरी

कयास लगाए जा रहे हैं कि जिस तरह से पिछले कुछ दिनों में छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री की कुर्सी (Chief Minister Chair in Chhattisgarh) को लेकर विवाद गरमाया है, उसके बाद कांग्रेस के टॉप लीडरों ने छत्तीसगढ़ के नेताओं से दूरी बना ली है. यही वजह है कि बार-बार छत्तीसगढ़ से दिल्ली जाने के बाद भी कांग्रेस के टॉप लीडर से छत्तीसगढ़ के नेताओं की मुलाकात नहीं हो रही है.

दिल्ली में क्यों नहीं हो रही राहुल गांधी और पीएल पुनिया से विधायकों की मुलाकात ?

हाल ही की बात की जाए तो पिछले 2-3 दिनों से एक के बाद एक कई विधायक दिल्ली रवाना हुए. काफी संख्या में यह विधायक दिल्ली में मौजूद हैं, लेकिन इन विधायकों की न तो राहुल गांधी से मुलाकात हुई है और न ही कांग्रेस प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया से. इसके अलावा वेणुगोपालन से भी इन लोगों की मुलाकात नहीं हो पाई है. छत्तीसगढ़ से दिल्ली गए सारे विधायक मुलाकात के लिए इंतजार कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि पीएल पुनिया यूपी चुनाव में व्यस्त हैं. वहीं राहुल गांधी भी काफी व्यस्त चल रहे हैं. इस वजह से इन लोगों की मुलाकात टॉप लीडरों से नहीं हो पा रही है.

अगर कांग्रेस के टॉप लीडर थे व्यस्त तो विधायक क्यों गए दिल्ली ?

ऐसे में यह बात सामने आ रही है कि जब राहुल गांधी, पीएल पुनिया सहित कांग्रेस के टॉप लीडर दिल्ली में नहीं हैं या फिर वे सभी व्यस्त हैं तो छत्तीसगढ़ के विधायक दिल्ली किससे मिलने गए. उन्हें किसी ने दिल्ली बुलाया नहीं है. राहुल गांधी पीएल पुनिया सहित कांग्रेस के टॉप लीडर्स दिल्ली में मौजूद नहीं हैं तो ये विधायक दिल्ली में क्या कर रहे हैं. या फिर कहीं ऐसा तो नहीं कि कांग्रेस के टॉप लीडर छत्तीसगढ़ के विधायकों और नेताओं से मिलना ही नहीं चाह रहे हैं. उनसे बड़े नेताओं ने किनारा कर लिया है, इस कारण बार-बार दिल्ली जाने के बावजूद यहां के नेताओं से कांग्रेस के टॉप लीडर मुलाकात नहीं कर रहे हैं.

किसी भी पार्टी में मुलाकात का होता है एक प्रोटोकॉल

हालांकि राजनीतिक जानकारों का कहना है कि किसी भी नेता के मिलने का एक प्रोटोकॉल होता है. इसके तहत इन लोगों की मुलाकात होती है. वर्तमान में पीएल पुनिया यूपी चुनाव में व्यस्त हैं और यही वजह है कि पीएल पुनिया से उनकी मुलाकात नहीं हो रही है. पीएल पुनिया से मुलाकात के बाद ही ये विधायक और अन्य छत्तीसगढ़ के नेता कांग्रेस के दूसरे टॉप लीडर से मुलाकात कर सकते थे, लेकिन अभी इन मुलाकातों पर विराम लगा हुआ है.

पहले छत्तीसगढ़ के नेता टॉप लीडरों से आसानी से कर लेते थे मुलाकात

इस पूरे घटनाक्रम पर वरिष्ठ पत्रकार शशांक शर्मा ने कहा कि कांग्रेस सहित अन्य सभी पार्टियों का एक संगठनात्मक ढांचा होता है. जिस प्रोटोकॉल के तहत किसे, किस नेताओं से मिलना है यह निर्धारित होता है. लेकिन कांग्रेस का यह संगठनात्मक ढांचा पिछले कुछ दिनों से बिखर सा गया है. इस कारण कौन नेता किसे मिलेगा, कब मिलेगा, यह तय नहीं हो पा रहा है. इससे छत्तीसगढ़ के विधायकों और नेताओं को भी परेशानी उठानी पड़ रही है. हालांकि शशांक शर्मा भी इस बात को मानते हैं कि पहले छत्तीसगढ़ के नेता कांग्रेस के टॉप लीडरों से आसानी से मेल-मिलाप कर लेते थे, जो अभी नहीं हो पा रहा है.

दिल्ली में छत्तीसगढ़ के नेताओं से दूरी बनाए हैं टॉप लीडर्स

बहरहाल, छत्तीसगढ़ के विधायकों सहित अन्य नेताओं का दिल्ली जाना, वहां तीन से चार दिन डटे रहना. उसके बाद बिना मुलाकात के ही छत्तीसगढ़ लौट आना. यह बयां करता है कि हो न हो गाहे-बगाहे छत्तीसगढ़ के इन नेताओं की साख कहीं न कहीं दिल्ली में घटी है. यही वजह है कि कांग्रेस के टॉप लीडर दिल्ली में इन छत्तीसगढ़ के नेताओं से दूरी बनाए हुए हैं. अब यह दूरी कब नजदीकियों में बदलेगी यह तो समय ही बताएगा.

Last Updated : Oct 2, 2021, 6:23 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details