रायपुर: महादेव सट्टेबाजी ऐप मामले में ईडी द्वारा गिरफ्तार कथित कूरियर ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि उसे एक साजिश के तहत फंसाया गया है और उसने कभी भी किसी भी राजनेता को कैश नहीं पहुंचाया है.
असीम दास का बड़ा खुलासा:ये खुलासा उस समय हुआ जब शुक्रवार को महादेव सट्टेबाजी ऐप मामले में कैश कूरियर असीम दास और कॉन्सटेबल भीम सिंह यादव की रिमांड खत्म होने के बाद ईडी उन्हें कोर्ट लेकर पहुंची. वहां दास के वकील शोएब अल्वी ने बताया "असीम दास ने जेल से ईडी के निदेशक को एक पत्र लिखा और 17 नवंबर को प्रधानमंत्री कार्यालय सहित उच्च अधिकारियों को इसकी कॉपी भी भेजी थीं, जिसमें कहा गया था कि उन्हें मामले में फंसाया जा रहा है और केंद्रीय जांच एजेंसी ने उन्हें एक बयान पर हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर किया था." वकील ने बताया कि उन्होंने कोर्ट से पत्र को केस रिकॉर्ड के हिस्से के रूप में स्वीकार करने का भी आग्रह किया है.
दास ने अपने पत्र में ये भी लिखा कि बचपन के दोस्त शुभम सोनी द्वारा बुलाए जाने के बाद वह इस साल अक्टूबर में दो बार दुबई गया था. उसकी यात्रा की पूरी व्यवस्था सोनी ने की थी. ईडी के अनुसार, सोनी इस मामले में मुख्य आरोपियों में से एक है. असीम दास के वकील ने बताया कि शुभम सोनी छत्तीसगढ़ में एक निर्माण व्यवसाय शुरू करना चाहता था. उसने दास को व्यवसाय के लिए धन की व्यवस्था करने का वादा करते हुए उसके लिए काम करने को कहा. 3 नवंबर को जिस दिन दास को गिरफ्तार किया गया, उस दिन दास को रायपुर हवाई अड्डे की पार्किंग में खड़ी एक कार लेने और रायपुर में वीआईपी रोड पर एक होटल में चेक करने के लिए कहा गया था. अल्वी ने कहा, बाद में असीम दास को सड़क पर गाड़ी पार्क करने के लिए कहा गया जहां एक व्यक्ति नकदी से भरा बैग कार में रखा और चला गया.