रायपुर: पढ़ना-लिखना अभियान अंतर्गत आज शिक्षार्थी आंकलन में कई रोचक नजारे देखने को मिले. महापरीक्षा अभियान में तपती गर्मी के बावजूद भी परीक्षार्थियों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया. सरगुजा में 72 साल की महिला ने, रायपुर जिले के अमलीडीह में ससुर अपनी 6 बहुओं के साथ, बालोद में एक ही परिवार के 6 सदस्यों ने, महासमुंद में दिव्यांग महिला ने, बेमेतरा में सास-ससुर और बहू ने और दुर्ग जिले में छोटे बच्चे के साथ महिला ने परीक्षा दी. बलौदाबाजार जिले में देवरानी-जेठानी ने एक साथ परीक्षा दी. कई जिलों में पति-पत्नी ने एक साथ परीक्षा दी.
दरअसल, राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण के संचालक एवं सदस्य सचिव राजेश सिंह राणा के निर्देशन में कई जिलों में जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं कलेक्टर, सीईओ, जिला पंचायत, जिला शिक्षा अधिकारी, प्राचार्य, डाईट एवं शिक्षकों सहित स्वयंसेवी शिक्षकों ने बढ़चढ़ कर भाग लिया.
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राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद के अतिरिक्त संचालक डॉ. योगेश शिवहरे एवं राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण के सहायक संचालक एवं नोडल अधिकारी प्रशांत कुमार पाण्डेय ने रायपुर जिले के गोगांव परीक्षा केन्द्र का अवलोकन किया. राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण के सहायक संचालक श्री दिनेश कुमार टांक ने दुर्ग जिले परीक्षा केन्द्र का अवलोकन किया। परियोजना सलाहकार, पढ़ना लिखना अभियान निधि अग्रवाल एवं नेहा शुक्ला द्वारा मॉनिटरिंग की गई.
इसी तरह जिला स्तर पर कलेक्टर, वार्ड पार्षद, संयुक्त संचालक, लोक शिक्षण कार्यालय के अधिकारी, जिला शिक्षा अधिकारी, प्राचार्य, जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान, जिला परियोजना अधिकारी, जिला मिशन समन्वयक, समग्र शिक्षा द्वारा अवलोकन किया गया. राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण कार्यालय में राज्य नियंत्रण कक्ष और जिला मुख्यालयों के कलेक्टोरेट अथवा जिला पंचायत में जिला नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गई थी.