रायपुर:अक्षय तृतीया के दिन शुरू हुए काम की पूर्णता निश्चित मानी जाती है, इसलिए यह दिन बहुत शुभ और अक्षय माना गया है. छत्तीसगढ़ में अक्षय तृतीया के दिन अक्ति तिहार मनाया जाता है. जो माटी पूजन, किसान और फसल से जुड़ा हुआ है. कृषि परम्परा में अक्ति का दिन विशेष महत्व रखता है. इस दिन से नई फसल के लिए तैयारी शुरू होती है. मिट्टी के गुड्डे-गुड़ियों की शादी की परम्परा से अक्ति त्योहार को जोड़ा गया है. ताकि जीवन के आधार मिट्टी को जीवंत मानकर उसका आदर सम्मान किया जाए.
अक्ति तिहार कार्यक्रम में भूपेश बघेल:सीएम भूपेश बघेल ने अक्ति तिहार (अक्षय तृतीया) की प्रदेशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं दी. वे अक्ति तिहार कार्यक्रम में शामिल हुए और माटी पूजन किया. सीएम ने प्रदेश के सभी किसानों और छत्तीसगढ़िया लोगों से माटी पूजन कर प्रकृति का आभार जताने का आह्वान किया. छत्तीसगढ़ में अक्ति तिहार पर साल 2022 से माटी पूजन अभियान शुरू किया गया. मिट्टी की उर्वरा शक्ति को अक्षय रखने मिट्टी की पूजा करने और उसमें बीज डालने की अपील सीएम भूपेश ने की.