रायपुर: छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल में काम करने वाले 42 कर्मचारियों की सेवाएं 6 सितंबर को खत्म कर दी गई हैं. सेवा खत्म होने के बाद कर्मचारियों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है. इसके साथ ही अब इन्हें परिवार चलाने के लिए भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
पर्यटन मंडल से निकाले 42 कर्मचारी पढ़ें: बीजापुर: पर्यटन पर 'लाल आतंक' की मार, पिकनिक स्पॉट कर रहा सैलानियों का इंतजार
बता दें कि छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल के मुख्यालय पर्यटक सूचना केंद्र में ये कर्मचारी करीब 10 साल से अपनी सेवाएं दे रहे थे. 6 सितंबर को 43 में से 42 कर्मचारियों को मौखिक आदेश के तहत हटा दिया गया. इसके पहले 31 अगस्त को 13 कर्मचारियों की सेवाएं भी खत्म की जा चुकी हैं. कर्मचारियों का कहना है कि 'समस्या लेकर पर्यटन मंत्री और पर्यटन विभाग के प्रबंध संचालक से भी बात की गई, लेकिन उनकी समस्या किसी ने नहीं सुनी'.
कर्मचारियों पर है लाखों रुपए का लोन
इन कर्मचारियों में से कई ने लाखों रुपए का लोन भी ले रखा है. कांग्रेस सरकार ने चुनाव के समय अपने घोषणा पत्र में ये वादा किया था कि अनियमित कर्मचारियों को नहीं निकाला जाएगा बल्कि उन्हें नियमित किया जाएगा. बावजूद इसके आज सभी अनियमित कर्मचारियों को निकाला जा रहा है, जिसकी वजह से कर्मचारी पूरी तरह से बेरोजगार हो गए हैं.