रायपुर: छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी का निधन हो गया है. शुक्रवार को उनकी हालत गंभीर थी, जिसके बाद दोपहर 3 बजकर 30 मिनट पर उन्होंने अंतिम सांस ली. जोगी के निधन की खबर से पूरे प्रदेश में शोक की लहर है. जोगी के निधन पर छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुइया उइके ने शोक जताया है. राज्यपाल रायपुर में जोगी के घर पहुंचीं और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की.
पत्नी रेणुका और बेटे अमित ने दी श्रद्धाजंलि राज्यपाल अनुसुइया उइके ने दी विनम्र श्रद्धांजलि राज्यपाल अनुसुइया उइके ने दी विनम्र श्रद्धांजलि राज्यपालअनुसुइया उइके ने अजित जोगी ने निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा, कि आज हमने प्रदेश के ऐसे नेता को खो दिया, जिसके जाने से प्रदेश ही नहीं देश के लोगों को क्षति पहुंची है. जब वे मुख्यमंत्री थे, तब जिस तरह उन्होंने प्रदेश के लिए कार्य किया, आज भी लोग उनके कामों को याद करते हैं.
'मुझे राज्यपाल बनने पर दी थी बधाई'
राज्यपाल ने कहा कि विशेष तौर पर आदिवासी वर्ग के लोगों के प्रति उनका जो चिंतन था हमेशा उनके बारे में सोचते थे. उन्होंने कहा कि जब वे राज्यपाल बनकर छत्तीसगढ़ आई, उन्होंने मुझे बधाई दी और वे मुझे बहुत पसंद थे. उनकी आत्मीयता देख कर मुझे ऐसा लगा कि मैं उनके परिवार की ही सदस्य हूं.
देश-प्रदेश के नेताओं ने जताया शोक
बता दें किप्रदेश के पहले मुख्यमंत्री अजीत जोगी का निधन हो गया. आज दोपहर 3.30 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली. पूर्व सीएम अजीत जोगी के पार्थिव शरीर को निजी हॉस्पिटल से सागौन बंगला ले जाया गया. गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू सहित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति और प्रदेश के नेताओं ने अजीत जोगी के निधन पर शोक जताया है. जोगी के पैतृक गांव जोगीसार में अंतिम संस्कार की तैयारियां तेज हो गई हैं.
बोलने की कला में माहिर थे अजीत जोगी
अजीत जोगी छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री रहे. बोलने की कला में माहिर अजीत जोगी ने प्रदेश की कमान नवंबर 2000 से दिसंबर 2003 तक संभाली. जोगी राज्य विधानसभा के लिए चुने जाने के अलावा संसद के दोनों सदनों के सदस्य रहे. बिलासपुर जिले के पेंड्रा रोड के जोगी डोंगरी में काशी प्रकाश जोगी के घर 29 अप्रैल साल 1946 को अजीत जोगी का जन्म हुआ था. 8 अक्टूबर 1975 को रेणु जोगी से शादी हुई थी. उनके बेटे का नाम अमित जोगी है. उनकी एक बेटी अनुषा जोगी थी. अजीत जोगी हाईली क्वॉलीफाइड नेता रहे. उन्होंने बीई, एलएलबी, एमआईई की डिग्री हासिल की. राजनीति में आने से पहले बतौर शिक्षक और प्रशासनिक अधिकारी उन्होंने लंबी सेवा दी.