रायपुर: छत्तीसगढ़ सरकार धान खरीदी के दौरान अनुपस्थित रहने वाले अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई कर रही है. राज्य शासन ने बिना सूचना के अनाधिकृत रूप से काम पर अनुपस्थित रहने वाले दो खाद्य अधिकारियों को निलंबित कर दिया है. इसका आदेश मंत्रालय महानदी भवन के खाद्य नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता संरक्षण विभाग की ओर से जारी कर दिया गया है. मुख्य सचिव ने बीते दिनों प्रदेशभर के कलेक्टर्स की बैठक लेकर धान खरीदी के दरम्यान अधिकारियों-कर्मचारियों पर किसी भी तरह की लापरवाही को गंभीरता से लेने का निर्देश दिया था.
दो खाद्य अधिकारियों को सरकार ने किया निलंबित दो खाद्य अधिकारी निलंबितमंत्रालय से जारी आदेश के मुताबिक, कोरिया जिले में पदस्थ खाद्य अधिकारी गणेश राम कुर्रे को सक्षम अधिकारी की बिना अनुमति के 3 जनवरी 2020 से लगातार अनुपस्थित रहने के कारण निलंबित किया गया है. निलंबन के दौरान गणेश राम कुर्रे का मुख्यालय खाद्य नागरिक आपूर्ति भोक्ता संरक्षण मुख्यालय नया रायपुर अटल नगर में निर्धारित किया गया है. इसी तरह बलरामपुर जिले के खाद्य अधिकारी उमेश्वर सिंह को नई पदस्थापना के बाद जिला सुकमा में कार्यभार ग्रहण नहीं करने और 29 अक्टूबर से जारी नोटिस का जवाब नहीं देने के लिए निलंबन का आदेश जारी किया गया है. निलंबन के दरम्यान उमेश्वर सिंह को भी खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मुख्यालय अटल नगर में उपस्थित रहने का आदेश दिया गया है.
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गीदम धान खरीदी केंद्र में लापरवाही के मामले में प्रभारी विजेंद्र ठाकुर की तत्काल सेवा समाप्ति का आदेश कलेक्टर दीपक सोनी ने जारी किया. गीदम धान खरीदी केंद्र के प्रभारी विजेंद्र ठाकुर पर किसानों ने लापरवाही का आरोप लगाया है.
कवर्धा में भी बारदाना प्रभारी को किया गया था निलंबित
कवर्धा के पंडरिया विकासखंड के कामठी में संचालित धान खरीदी केंद्र के बारदाना प्रभारी को भी कलेक्टर रमेश कुमार शर्मा ने निलंबित कर दिया था. कामठी में धान बिक्री के लिए आए किसान ने सेल्समैन का घूस लेते हुए वीडियो रिकॉर्ड कर उसे कलेक्टर को भेज दिया था.
कलेक्टर रमेश कुमार शर्मा ने बताया कि सोमवार की दोपहर कामठी धान खरीदी केंद्र के नाम से वीडियो मिला था. वीडियो में दो व्यक्ति पैसे का लेनदेन करते नजर आ रहे थे, जिस पर कामठी धान खरीदी में जांच के आदेश देकर कार्रवाई करने के लिए कहा गया था. जांच में पाया गया कि धान खरीदी केंद्र के बारदाना प्रभारी कमलेश चन्द्राकर किसान से खराब धान खरीदने के बदले पैसा ले रहे थे.