रायपुर :मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 14 नवंबर 2022 को सुघ्घर पढ़वैया कार्यक्रम में भी इसकी तारीफ की थी.इसी दिन इस एप को लॉन्च भी किया गया था. स्कूलों का आंकलन और छात्रों की परफॉर्मेंस निकलर एप्प के माध्यम से बहुत कम समय में किया जा सकता है. इसके लिए भी शिक्षकों को तैयार किया गया था.आपको बता दें कि साउथ एशिया में एमबिलियंथ अवार्ड मोबाइल के माध्यम से आम जनता तक तकनीकी का उपयोग कर जीवन सुगम बनाने की दिशा में किए जा रहे नवाचारों को सम्मानित करता है. जिसकी शुरुआत 2010 से की गई.
क्या है निकलर एप : कक्षा में सीखने-सिखाने की प्रक्रिया में बच्चे सीख रहे हैं अथवा नहीं, यह देखने के लिए आंकलन एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है. हमारी कक्षाओं में बच्चों के कार्यों का आंकलन बहुत समय लेने वाली प्रक्रिया है. कभी शिक्षक को अपने कक्षा में एक एक बच्चे को बुला कर उनके कार्यों को ध्यान से देखना पड़ता था.बच्चों की कापी इकट्ठा कर स्कूल में या फिर घर में समय निकलकर कॉपी जांचनी पड़ती है. इस टेक्नोलॉजी का उपयोग शिक्षकों के कार्यों को आसान करने के लिए किया गया है. इस एप को कोई भी छात्र गूगल एप में जाकर मोबाइल में इंस्टाल कर सकता है. इसके बाद एक कोड जेनरेट करके उसमें सारा डाटा भर सकता है.ये सारा काम शिक्षकों की निगरानी में होता है.