रायपुर: दिल्ली की तर्ज पर ही छत्तीसगढ़ में भी बीते कई दिनों से किसानों का आंदोलन बदस्तूर (Chhattisgarh farmers movement) जारी है. इस बीच आज नवा रायपुर में आंदोलनरत किसान प्रतिनिधि और मंत्रिमंडल उपसमिति की 4 घंटे लगातार बैठक चली. इस बैठक में कृषि मंत्री रविंद्र चौबे, मंत्री मोहम्मद अकबर और मंत्री शिव डहरिया सहित अधिकारी और किसान प्रतिनिधि मौजूद थे. बैठक में किसानों की मांगों पर बिंदुवार विस्तृत चर्चा की गई. बैठक को लेकर मंत्री रविंद्र चौबे ने बताया कि सौहार्द वातावरण में हुई है. नवा रायपुर के संबंध में जो जमीन अधिग्रहित की गई और मुआवजे का वितरण किया गया, इस पर विस्तार से चर्चा हुई (chhattisgarh farmers movement meeting between farmer and government) है.
प्रस्तावों पर जल्द लिया जाएगा निर्णय
नवा रायपुर की बसाहट में आवास के लिए और अन्य कार्य के लिए जो पट्टा देने की मांग है, उस संबंध में भी चर्चा की गई. मुआवजे के अंतर को लेकर भी चर्चा की गई है. इसके साथ दुकान, आवास पट्टा देने से सम्बंधित मांगों को लेकर चर्चा की गई है. जिन बिंदुओं में किसानों की आपत्तियां हैं, उन प्रस्तावों को मंत्रिमंडल उपसमिति के समक्ष रखा गया है.आने वाले समय में बहुत जल्द इन प्रस्तावों पर निर्णय लिया जाएगा.
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प्रभावित गांवों का होगा सर्वे
जिन गांवों के लोगों को आवास के लिए पट्टे देने हैं या जिन लोगों ने पुराने अतिक्रमण किए हुए हैं, उनके पट्टों का नवीनीकरण करना है और जिन लोगों के लिए दुकान आवंटित करना है. नए राजधानी के सभी गांव में तत्काल प्रभाव से सर्वे का कार्य प्रारंभ किया जाएगा. जो लोग पात्र हैं उन्हें पट्टे की पात्रता को देखते हुए मंत्रिमंडल उप समिति विचार करेगी. इस प्रकार सारे बिंदुओं को लेकर सकारात्मक बातें हुई हैं. किसान प्रतिनिधियों ने भी सकारात्मक चर्चा की है. ऐसे में उम्मीद जतायी जा रही है कि इन सारी समस्याओं का जल्द निराकरण हो जाएगा.