ईडी के घेरे में सीएम बघेल, चुनाव पर क्या पड़ेगा प्रभाव, जानिए - मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर ईडी का शिकंजा
Chhattisgarh Election 2023 छत्तीसगढ़ में महादेव एप मामले को लेकर सीएम भूपेश बघेल पर बीजेपी हमलावर है. ईडी ने दावा है कि महादेव एप के प्रमोटर्स से सीएम बघेल को करोड़ों रुपये लिए है. ऐसे में चुनाव से ठीक पहले इस खुलासे ने प्रदेश की सियासत में भूचाल ला दिया है. चुनाव से पहले यदि ईडी सीएम बघेल पर कार्रवाई करती है, तो चुनाव पर इसका क्या प्रभाव पड़ सकता है. आइये जानने की कोशिश करते हैं.
रायपुर:महादेव एप मामले के तार अब सीएम भूपेश बघेल से जुड़ने लगे हैं. ईडी का दावा है कि महादेव एप के प्रमोटर्स से सीएम बघेल को 508 करोड़ रुपये मिले हैं. इसे लेकर ईडी की करवाई तेज हो गई है. ईडी कि कार्रवाई का चुनाव पर किस तरह का प्रभाव पड़ सकता है. क्या इस मामले में ईडी सीएम बघेल को अपनी गिरफ्त में ले सकती है. यदि ऐसा हुआ, तो चुनाव पर इसका क्या प्रभाव पड़ सकता है. आइये जानने की कोशिश करते हैं.
मुख्यमंत्री ने मोदी सरकार पर बोला हमला: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर ईडी का शिकंजा कसता जा रहा है. इस कार्रवाई को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ईडी सहित केंद्र की मोदी सरकार पर जोरदार हमला बोला है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि "यहां ये लोग सीधा लड़ाई नहीं लड़ सकते है. वो ईडी और आईटी के माध्यम से चुनाव लड़ रहे हैं. अभी प्रधानमंत्री का दुबई के लोगों से क्या संबंध है, क्यों लुक आउट सर्कुलर जारी होने के बाद भी गिरफ्तारी नहीं हुई. गिरफ्तारी करने की जिम्मेदारी भारत सरकार की है. क्यों महादेव एप्प बंद नहीं हुआ? मैं प्रधानमंत्री से पूछता हूं कि आपकी क्या डील हुई है. आपके लोगों के साथ क्या डील हुई. अगर डील नहीं हुई है, तो बंद क्यों नहीं करते."
"सभी मेल करते हैं, मेल की विश्वशनियता क्या है. कोई भी किसी के नाम पर मेल कर देते हैं. मेल में कोई कहता है कि 500 करोड़ दिए हैं. आपने जांच किया? बिना जांच के आरोप लगा दिए. मतलब आपका संबंध है. प्रधानमंत्री के लोगों का लेनदेन हुआ है, इसलिए कार्रवाई नहीं हुई. मुझे बदनाम कर रहे. भाजपा डरी हुई है, जिसके कारण आरोप लगाकर बदनाम करना चाहती है." - भूपेश बघेल, मुख्यमंत्री, छत्तीसगढ़
ईडी के आरोपों पर खड़गे का पलटवार: द्वारा बघेल पर लगाये गए आरोपों पर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी पलटवार किया है. मल्लिकार्जुन खड़के का कहना है कि "लोगों को डराना, लोगों को फंसाना और कार्यकर्ताओं का मनोबल गिराना उनका काम है. लेकिन छत्तीसगढ़ में डरने वाले मतदाता या नेता नहीं हैं और जो लोग यह कर रहे हैं, उसका फल वह लोग भुगतान करेंगे."
खड़गे पर बृजमोहन का पलटवार: पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने मामला पर कहा है कि जो वसीम दास और सोनी का बयान और ईमेल है, उसके बाद अब भूपेश बघेल और कांग्रेस सरकार के पास कुछ बोलने को नहीं रखा है. बृजमोहन ने आरोप लगाया कि सीएम भूपेश ने छत्तीसगढ़ के नौजवानों का 508 करोड़ रुपए सट्टे में अवैध कमीशन खाया है. बृजमोहन ने मल्लिकार्जुन खड़गे के बयान पर भी कहा कि कांग्रेस पार्टी चोरी ऊपर से सीना जोरी कर रही है.
"ईडी की कार्रवाई से कांग्रेस को मिल सकता है फायदा": इस मामले पर राजनीतिक जानकार एवं वरिष्ठ पत्रकार उचित शर्मा ने कहा, "ऐसा नहीं है कि ईडी चुनाव के वक्त आई है. ईडी लगातार 3 साल से यहां पर है. लगातार छापेमार कार्रवाई कर रही है. कांग्रेस नेताओं के खाते सीज किये जा रहे हैं. ईडी लगातार कांग्रेस सरकार पर पहले से दबाव बनाए बैठी है. वर्तमान जो 508 करोड़ की बात सामने आई है, इससे कोई बड़ा प्रभाव चुनाव में कांग्रेस पर नहीं पड़ेगा. ऐसे में ईडी की कार्रवाई का भूपेश या कांग्रेस पर कोई नेगेटिव प्रभाव पड़ेगा, ऐसा नहीं लग रहा है. ईडी को जितना दवा डालना था, वह पहले ही डाल चुकी है. अब यदि कोई कार्रवाई कर रही है, तो उल्टा कांग्रेस को फायदा मिल सकता है."
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 के पहले चरण के लिए मतदान 7 नवंबर को होने है. डोंगरगढ़ और राजनांदगांव में भी 7 नवंबर को मतदान होने हैं. इससे दो दिन पहले 5 नवंबर यानि आज प्रचार का अंतिम दिन है. आज शाम 5 बजे पहले चरण के तहत मतदान वाले सभी 20 सीटों पर चुनाव प्रचार थम जायेगा. जिसके चलते बीजेपी समेत तमाम राजनातिक दल इन 20 सीटों पर प्रचार में जुटे हैं.