रायपुर: लॉकडाउन के कारण पूरे देश में बेरोजगारी बढ़ गई है. वहीं छत्तीसगढ़ सरकार लगातार यह दावा करती आ रही है कि प्रदेश में लोगों को इस दौरान भी बेहतर रोजगार उपलब्ध कराया गया है. अप्रैल में छ्त्तीसगढ़ रोजगार मुहैया कराने वाला दूसरा राज्य था, लेकिन जून में आई रिपोर्ट के मुताबिक छत्तीसगढ़ बेरोजगारों की सूची में टॉप टेन में शामिल हो गया है. इस मामले को लेकर बीजेपी ने राज्य सरकार पर निशाना साधा है.
बेरोजगारी में बीजेपी-कांग्रेस आमने-सामने कोरोना वायरस के कारण लगाए गए लॉकडाउन के चलते हर क्षेत्र बुरी तरह प्रभावित हुआ. लगातार बेरोजगारों की संख्या देश में बढ़ती जा रही है, लेकिन छत्तीसगढ़ सरकार ने कोरोना काल में भी राज्य के लोगों को रोजगार मुहैया कराने का दावा किया है.
आंकड़ों में हुआ बड़ा बदलाव
केंद्र सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल महीने में छत्तीसगढ़ में बेरोजगारी 3.6 % थी ओर देश में रोजगार मुहैया कराने वाले राज्यों में प्रदेश दूसरे स्थान पर था. लेकिन जून महीने की रिपोर्ट में बड़ा अंतर देखने को मिला है. जून महीने की रिपोर्ट के मुताबिक यह आंकड़ा बढ़कर 14.4% हो गया है और इस आंकड़े के साथ ही छत्तीसगढ़ बेरोजगारों की सूची वाले टॉप टेन राज्यों में शामिल हो गया है.
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बीजेपी ने राज्य सरकार पर साधा निशाना
छत्तीसगढ़ राज्य के बेरोजगारी के मामले में टॉप 10 राज्यों की लिस्ट में शामिल होने पर बीजेपी ने कांग्रेस सरकार के बेहतर रोजगार मुहैया कराने के दावों को खोखला बताया है. बीजेपी का आरोप है कि राज्य सरकार अपनी पीठ थपथपाने के लिए फर्जी आंकड़े पेश करती है जबकि हकीकत इससे ठीक उलट होती है. भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता सच्चिदानंद उपासने ने कहा कि, बेरोजगारी के मामले में भी राज्य सरकार की ओर से सही आंकड़े पेश नहीं किए गए. उपासने ने कहा कि कांग्रेस ने चुनावी घोषणा पत्र में बेरोजगारों को ढाई हजार रुपये बेरोजगारी भत्ता देने का वादा किया था जो अब तक नहीं दिया गया है. इनके अलावा पूर्व की भाजपा सरकार की ओर से निकाली गई शिक्षाकर्मी, पुलिस भर्ती को भी रद्द कर दिया. बावजूद इसके छत्तीसगढ़ सरकार देश में सबसे ज्यादा रोजगार मुहैया कराने के दावे कर रही है.
कांग्रेस प्रवक्ता ने दिया ये जवाब
कांग्रेस का कहना है कि बीजेपी पहले आंकड़ों का अध्यन कर लें, उसके बाद बयानबाजी करे. कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने बताया कि केंद्र सरकार की ही एक एजेंसी की ओर से जारी आंकड़े के अनुसार छत्तीसगढ़ में बेरोजगारी की दर 3.6% जो केंद्रीय बेरोजगारी दर से लगभग 7 गुना कम है. आंकड़ों के अनुसार छत्तीसगढ़ देश में राजस्थान के बाद सबसे ज्यादा रोजगार मुहैया कराने वाले राज्यों में दूसरे स्थान पर है.
लॉकडाउन के बाद बढ़ी बेरोजगारों की संख्या
बहरहाल बेरोजगारी को लेकर कौन सच बोल रहा है कौन गलत यह तो बाद में पता चलेगा लेकिन लॉकडाउन के बाद प्रदेश में बेरोजगारों की संख्या जरूर बढ़ी है और लोगों के सामने रोजी-रोटी की समस्या खड़ी हो गई है अब ऐसे में देखने वाली बात है कि सरकार इस समस्या से निपटने किस तरह की योजना बनाती है.