रायपुर:गोधन न्याय योजना के लाभार्थियों को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बड़ी सौगात दी है. सीएम बघेल ने रायपुर स्थित अपने निवास कार्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में इस योजना के तहत कुल 21.31 करोड़ रुपए की राशि ट्रांसफर की. इनमें 16 मई से 31 मई तक गोठानों में खरीदे गए गोबर के बदले ग्रामीण पशुपालकों को 4.91 करोड़ रुपए, गोठान समितियों को 8.98 करोड़ रुपए, स्वयं सहायता समूहों को 6.29 करोड़ रुपए सहित गौठान समितियों के पदाधिकारियों के मानदेय का 1.13 करोड़ रुपए शामिल हैं.
सीएम बघेल ने गोधन न्याय योजना के लाभार्थियों को दी 21.31 करोड़ की सौगात - मुख्यमंत्री भूपेश बघेल
सीएम भूपेश बघेल ने गोधन न्याय योजना के लाभार्थियों को 21.31 करोड़ की बड़ी सौगात दी. 16 मई से 31 मई तक गोठानों में खरीदे गए गोबर के बदले ग्रामीण पशुपालकों को 4.91 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए.
गोबर बेचने वालों को मिला खास लाभ: गोधन न्याय योजना के तहत गोबर विक्रेताओं, गोठान समितियों और महिला स्वयं सहायता समूहों को 15 मई 2023 तक 518 करोड़ 71 लाख रुपये का भुगतान किया गया है. बता दें कि छत्तीसगढ़ में गोधन न्याय योजना बघेल सरकार की सबसे लोकप्रिय योजनाओं में से एक है. इसकी शुरुआत 20 जुलाई 2020 को हरेली पर्व से की गई थी. इस योजना के तहत गोठानों में ग्रामीण पशुपालकों से गोबर 2 रुपये प्रति किलो और गोमूत्र 4 रुपये प्रति लीटर की दर से खरीदा जा रहा है.
क्या है गोधन न्याय योजना: गोधन न्याय योजना किसानों और पशुपालकों के लिए खासतौर पर बनाई गई है. इस योजना के तहत गाय के गोबर 2 रुपये प्रति किलो और गोमूत्र 4 रुपये प्रति लीटर की दर से खरीदा जा रहा है. इसमें राज्य में जितने भी किसान और पशुपालक गाय पालते हैं, उन लोगों से सरकार गोबर खरीदती है. गाय के गोबर का इस्तेमाल सरकार वर्मी कम्पोस्ट खाद को बनाने के लिए करती है. इससे असली खाद तैयार किया जाता है. ये खाद खेती-किसानी के लिए बेहद महत्वपूर्ण होता है.