मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का मोबाइल अचानक बंद, हैक होने की आशंका, सिंहदेव को भी मिला थ्रेट अलर्ट - Threat alert in Iphones of opposition leaders
CM Bhupesh Baghel mobile switched off छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का मोबाइल अचानक बंद होने से हड़कंप मच गया है. मोबाइल बंद होने को लेकर कई तरह की अटकलें भी लगाई जा रही है. तकनीकी कारण से मोबाइल बंद हुआ है या फिर किसी ने इसे हैक करने की कोशिश की है, इस बात को लेकर भी कहीं ना कहीं चर्चा तेज है. Apple iPhone Threat Alert controversy
रायपुर: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का मोबाइल बंद हो गया. बार-बार उसे चालू करने की कोशिश की गई. बावजूद इसके सीएम बघेल का मोबाइल चालू नहीं हुआ है. इस बात की जानकारी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एयरपोर्ट पर पत्रकारों से चर्चा के दौरान दी है.
सीएम भूपेश का मोबाइल हुआ बंद: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा "सुबह मैंने मोबाइल से बात भी की और मैंने फेसबुक चलाया. तब सुबह 30 से 40 परसेंट इसका बैटरी भा था. उसके बाद मैं इसे चार्जिंग में डाला और जब मैं होटल से निकला, तो इसको चालू करने की, चार्जिंग करने की कोशिश की. पावर बैंक से भी चार्ज करने की कोशिश की. लेकिन यह चालू नहीं हो रहा है."
मोबाइल हैकिंग को लेकर बोले सीएम भूपेश: क्या कुछ मेल भी आया है आपको, क्या लगता है इसे हैक करने की कोशिश की गई है? इस सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा "मुझे मालूम नहीं है. लेकिन 11 बजे से यह बंद है. लगभग 6-7 घंटे हो गए है मोबाइल बंद हुए. मुझे नहीं मालूम क्यों मोबाइल ही बंद हो गया है. जाकर इसे चेक करवाता हूं."
डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव को भी मिला थ्रेट अलर्ट: हाल ही में डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने थ्रेट अलर्ट मिलने की जानकारी दी थी. सिंहदेव ने कहा था कि स्टेट स्पॉन्सर्ड अटैकर्स द्वारा उनके आईफोन को टारगेट किए जाने की संभावना है. उन्होंने चिंता जताते हुए कहा था कि इसमें किसी भी प्रकार की राजनीतिक संलिप्तता है, तो यह भारत के लोकतंत्र और व्यक्ति की निजता का हनन है.
बता दें कि कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं सांसद राहुल गांधी, छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव सहित कई विपक्षी नेताओं के फोन में भी थ्रेट अलर्ट आया है. जिसमें राज्य प्रायोजित निगरानी की बात कही गई है. राहुल गांधी सहित विपक्षी दलों के बड़े नेताओं ने दावा किया है कि उनके एप्पल आईफोन को हैक करने की कोशिश की गई है. इन राजनीतिक दलों में कांग्रेस, आप, तृणमूल कांग्रेस, शिवसेना और सीपीएम जैसे नाम शामिल हैं. इसके अलावा AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने भी फोन पर अलर्ट मिलने का दावा किया है.