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SPECIAL: किसने पेश किया था छत्तीसगढ़ का पहला बजट, 19 साल में कितना बदला बहीखाता

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Published : Feb 16, 2020, 10:58 PM IST

Updated : Feb 27, 2020, 3:24 PM IST

छत्तीसगढ़ विधानसभा का बजट सत्र 24 फरवरी से शुरू होगा. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बतौर वित्त मंत्री दूसरा बजट पेश करेंगे. ETV भारत आपको छत्तीसगढ़ के बजट के इतिहास के बारे में बता रहा है. कैसे स्वर्गीय डॉक्टर राममचंद्र सिंहदेव से शुरू हुआ ये सफर 19 साल में भूपेश बघेल तक पहुंचा.

chhattisgarh-budget-history-from-2000-to-2019
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रायपुर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दूसरी बार बजट पेश करेंगे. छत्तीसगढ़ को राज्य बने 19 साल पूरे हो चुके हैं. 1 नवंबर 2020 को प्रदेश की उम्र 20 साल हो जाएगी. इन 20 सालों में छत्तीसगढ़ ने 4 वित्त मंत्री देखे. दो फुल टाइम और 'पार्ट टाइम'. पार्ट टाइम इस लिहाज से कि पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह रहे हों या वर्तमान सीएम भूपेश बघेल इन्होंने 'खजाना' अपने पास ही रखा. ETV भारत आपका परिचय छत्तीसगढ़ के वित्त मंत्रियों से करा रहा है.

19 साल में कितना बदला बहीखाता

ये सफर शुरू होता है अजीत जोगी की कैबिनेट से साल 2000 में जब छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश से अलग होकर नया राज्या बना था तो कमान बड़े आदिवासी चेहरे अजीत जोगी को सौंपी गई थी. जोगी ने वित्त मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी थी कोरिया राजघराने से तालुक रखने वाले स्वर्गीय डॉक्टर राममचंद्र सिंहदेव को.

छत्तीसगढ़ के बजट का 'सफर'

  • छत्तीसगढ़ के इन 20 सालों के इतिहास पर एक नजर डालें तो कोरिया राजघराने से तालुक रखने वाले स्वर्गीय डॉक्टर राममचंद्र सिंहदेव राज्य के पहले वित्त मंत्री थे.
  • इन्होंने बतौर वित्त मंत्री 3 बार छत्तीसगढ़ का बजट पेश किया था. सिंहदेव को अर्थ का बेहतर जानकार भी माना जाता है.
  • 1967 में पहली बार चुनाव जीतकर पहले अविभाजित मध्य प्रदेश के मंत्री रह चुके थे.

एक नजर राममचंद्र सिंहदेव के बजट पर

  • राममचंद्र सिंहदेव ने 2001-02 में कुल 7 हजार 294 करोड़ रुपए का बजट पेश किया था.
  • 2002-03 तक में 8 हजार 471 करोड़ के आम बजट के साथ एक अनुपूरक बजट पेश किया था.
  • 2003-04 तक में 9 हजार 978 करोड़ रुपए का बजट पेश किया गया. साथ ही दो अनुपूरक बजट भी पेश किया गया था.

ये तो रही मुख्यमंत्री अजीत जोगी के कार्यकाल की बात. 2003 में बीजेपी सत्ता में आई, सफर में एंट्री हुई स्वास्थ्य विभाग की भी जिम्मेदारी संभालने वाले अमर अग्रवाल की. नाता बिलासपुर से था और इन्होंने 3 बार बजट पेश किया था.

2003 में भाजपा आई, अमर अग्रवाल वित्त मंत्री बने

  • बीजेपी के शासनकाल में अमर अग्रवाल को वित्त विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई.
  • प्रदेश के दूसरे वित्त मंत्री अमर अग्रवार को बतौर वित्त मंत्री 3 साल बजट पेश करने का मौका मिला.
  • अमर अग्रवाल को कम खर्चीले वित्त मंत्री के रूप में जाना जाता है.
  • 2006 में अमर अग्रवार ने वित्त विभाग की जिम्मेदारी छोड़ दी थी.

एक नजर अमर अग्रवाल के 'कसे' हुए बजट पर

  • 2004-05 में अमर अग्रवाल ने 10 हजार 555 करोड़ रुपए का बजट पेश किया जिसमें दो अनुपूरक बजट पेश किए गए.
  • 2005-06 में अग्रवाल ने 11 हजार 242 करोड़ रुपए का बजट पेश किया, जिसमें तीन अनुपूरक बजट पेश किए गए.
  • 2006-07 में अमर ने 13 हजार 185 करोड़ रुपए का बजट पेश किया. जिसमें तीन अनुपूरक बजट शामिल थे.

2006 में अमर अग्रवाल ने वित्त विभाग की जिम्मेदारी छोड़ी और तत्कालीन सीएम रहे रमन सिंह ने वित्त विभाग की जिम्मेदारी ले ली.

फिर रमन ने नहीं छोड़ा वित्त मंत्रालय

  • 2007 में रमन सिंह ने अपने कार्यकाल का पहला बजट पेश किया.
  • 2007 से लेकर 2018 तक रमन सिंह ने वित्त विभाग को अपने पास रखा और हर साल बतौर सीएम वे बजट पेश करते रहे.
  • इस तरह रमन सिंह ने कुल 12 बार बजट पेश किया.
  • अपने कार्यकाल के आखिरी साल यानी 2018-19 में रमन सिंह ने बजट के साथ-साथ दो अनुपूरक बजट भी पेश किया.

2007 से लेकर 2018 तक बढ़ती गई रमन के बजट की राशि

  • 2007-08 में 16 हजार 473 करोड़ रुपए का बजट पेश किया, जिसमें तीन अनुपूरक बजट पेश किए गए.
  • 2008-09 में 19 हजार 392 करोड़ रुपए का बजट पेश किया, जिसमें दो अनुपूरक बजट शामिल थे.
  • 2009-10 में 23 हजार 482 करोड़ रुपए का बजट पेश किया, जिसमें दो अनुपूरक बजट शामिल थे.
  • 2010-11 में 26 हजार 099 करोड़ रुपए का बजट पेश किया, जिसमें तीन अनुपूरक बजट पेश किए गए.
  • 2011-12 में 32 हजार 477 करोड़ रुपए का बजट पेश किया, जिसमें तीनअनुपूरक बजट पेश किए गए.
  • 2012-13 में 39 हजार 677 करोड़ रुपए का बजट पेश किया, जिसमें तीनअनुपूरक बजट पेश किए गए.
  • 2013-14 में 44 हजार 169 करोड़ रुपए का बजट पेश किया, जिसमें तीन अनुपूरक बजट शामिल थे.
  • 2014-15 में 54 हजार 710 करोड़ रुपए का बजट पेश किया, जिसमें तीन अनुपूरक बजट भी शामिल थे.
  • 2015-16 में 65 हजार 013 करोड़ रुपए का बजट पेश किया, जिसमें तीन अनुपूरक बजट पेश किए गए.
  • 2016-17 में 76 हजार 032 रुपए का बजट पेश किया, जिसमें तीन अनुपूरक बजट पेश किए गए.
  • 2017-18 में 88 हजार 599 करोड़ रुपए का बजट पेश किया, जिसमें चार अनुपूरक बजट शामिल थे.

बीजेपी का शासन खत्म होने के बाद कांग्रेस का वनवास खत्म हुआ और 15 साल बाद पार्टी सत्ता में लौटी. लेकिन इस बार फिर पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के तरह ही सीएम भूपेश बघेल ने भी वित्त अपने पास रखा. ये उनका दूसरा बजट होगा.

15 साल बाद सत्ता में आई कांग्रेस सरकार का बजट

  • 2018-19 का अनुपूरक बजट वित्त मंत्री भूपेश बघेल ने प्रस्तुत किया.
  • इसके बाद 2019-20 का बजट के साथ-साथ एक अनुपूरक बजट भी बघेल ने पेश किया था.
  • 24 फरवरी 2020-21 का बजट सीएम बघेल बतौर वित्त मंत्री दूसरा बजट पेश करेंगे.

भूपेश बघेल ने 2018-19 में 1 लाख 50 हजार 170 रुपए का बजट पेश किया. जिसमें तीन अनुपूरक बजट शामिल हैं.

Last Updated : Feb 27, 2020, 3:24 PM IST

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