kawardha violence : कवर्धा मामले पर छत्तीसगढ़ में सियासत गरमाई, कांग्रेस-भाजपा में जुबानी जंग
छत्तीसगढ़ में कवर्धा हिंसा मामले को लेकर एक बार फिर से राजनीति शुरू हो गई है. घटना का विरोध जताते हुए आरोपियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के नेतृत्व में सीएम हाउस का घेराव करने निकले भाजपाइयों को पुलिस ने रोक लिया. वहीं भाजपा के इस विरोध को कांग्रेस ने दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है.click here
छत्तीसगढ़ में धान खरीदी 2021-22 : पड़ोसी राज्य की सीमा पर 1 दिसंबर से निगरानी करेगी टीम, बॉर्डर होगा सील
छत्तीसगढ़ की सीमा से लगे दूसरे प्रदेशों की सीमा पर धान की तस्करी रोकने के लिए सरकार 1 दिसंबर से निगरानी के लिए टीम गठित कर रही है. इधर, ओड़िशा के धान की छत्तीसगढ़ में तस्करी रुक नहीं रही है. तीन तरफ से ओड़िशा से घिरे देवभोग विकासखंड में समस्या अधिक है. दोनों प्रदेशों में धान की कीमत में 800 रुपये से अधिक के फर्क के कारण व्यापारी छत्तीसगढ़ में धान खपाने की फिराक में रहते हैं. जबकि महासमुंद में आज तक अवैध धान परिवहन का मामला उजागर नहीं हुआ है.click here
गरीबों के हक पर डाका डालने वालों पर होगी बड़ी कार्रवाई, राज्य अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष का दावा
जिला के कलेक्ट्रेट सभा कक्ष (collectorate hall) में छत्तीसगढ़ राज्य अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष भानुप्रताप सिंह ने समाज के लोगों के साथ बैठक की. गरीबों के हक और अधिकार को छीनने वाले फर्जी लोगों पर सख्त कारवाई का भरोसा दिया.click here
आखिर छलक ही गया स्वास्थ्य मंत्री का दर्द, कहा- किसकी नहीं सीएम बनने की ख्वाहिश
प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री (health minister) एवं जिला के प्रभारी मंत्री (Minister in charge) टीएस सिंहदेव (TS Singhdev) बेमेतरा पहुंचे. सर्किट हाउस में कांग्रेसी (Congressman) कार्यकर्ताओं (Congress workers) ने उनका स्वागत किया. पुलिस कर्मियों ने गार्ड ऑफ ऑनर देकर सम्मान किया. इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्री ने आखिरकार मुख्यमंत्री (Chief Minister) बनने के सवाल पर अपना दर्द बयां कर ही दिया. आप भी जानिए कि उन्होंने क्या कहा?click here
Kawardha Violence को BJP रखना चाहती है जिंदा, उनके पास और कोई काम नहीं है: सीएम भूपेश बघेल
बस्तर दौरे पर पहुंचे सीएम भूपेश बघेल (CM Bhupesh Baghel) ने कवर्धा हिंसा (Kawardha Violence) को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि बीजेपी के लोगों के पास "सांप्रदायिकता और धर्मांतरण" के अलावा कोई काम नहीं रह गया है. इनका काम दोनों मुद्दे को जिंदा बनाए रखना है.click here