रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र का एलान हो चुका है. विधानसभा सचिवालय ने राजभवन से मंजूरी मिलने के बाद बजट सत्र को लेकर अधिसूचना जारी कर दी है. 22 फरवरी से बजट सत्र शुरू होगा. यह सत्र 26 मार्च तक चलेगा. सत्र में सरकार एक लाख करोड़ से ऊपर का बजट भी पेश करेगी. इस दौरान कई महत्वपूर्ण संशोधन विधायकों को भी सदन से मंजूरी मिल सकती है.
मुख्यमंत्री पहले ही शुरू कर चुके हैं तैयारी
छत्तीसगढ़ विधानसभा की ओर से बजट सत्र को लेकर अधिसूचना जारी हो गई है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बजट सत्र की तैयारियां पहले से ही शुरू कर दिया है. रोजाना अलग-अलग विभागों के मंत्रियों के साथ बैठक कर विभाग के हिसाब से बजट की मांग पर उनकी रायशुमारी जारी है. इसके बाद वित्त विभाग बजट का अंतिम खाका तैयार करेगा.
सरकार को घेरने की रणनीति
बजट सत्र की अधिसूचना जारी होते ही मुख्य विपक्षी दल भाजपा समेत जेसीसीजे और बसपा सरकार को घेरने की रणनीति पर जुट गए हैं. उन मुद्दों की फेहरिस्त तैयार की जा रही है जिनके बूते सरकार को सदन में घेरा जा सके. बताया जा रहा है कि धान खरीदी में हुई अव्यवस्था, बारदानों का संकट, किसानों की आत्महत्या, प्रदेश में आपराधिक मामले, शराबबंदी, बेरोजगारी, नक्सल और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों के जरिए सरकार को घेरने की रणनीति बनाई जा रही है.
पढ़ें-संसद का बजट सत्र 29 जनवरी से, 1 फरवरी को पेश होगा आम बजट
कोरोना और लॉकडाउन के बाद बजट
मौजूदा वर्ष में कोरोना और लॉकडाउन ने सरकार की आर्थिक सेहत पर बड़ा नुकसान डाला है. सरकार का बजट घाटा बढ़ा है. कोरोना और लॉकडाउन के चलते राजस्व कम मिलने से कई विकास योजनाएं भी प्रभावित हुईं हैं. ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि इन सबका प्रभाव नए वित्तीय वर्ष के लिए पेश होने वाले बजट पर भी पड़ सकता है. हालांकि यह भी कहा जा रहा है कि दिसंबर के बाद से हालात में थोड़ा सुधार हुआ है. ऐसे में बजट का प्रोजेक्शन पहले की तरह हो सकता है.
बजट सत्र में लग सकती है विधायकों को भी वैक्सीन
विधानसभा के गलियारों से मिली जानकारी के मुताबिक बजट सत्र के दौरान विधायकों को वैक्सीन भी लगाई जा सकती है. हालांकि इसपर अंतिम निर्णय स्पीकर चरणदास महंत, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव से चर्चा के बाद ही लिया जाएगा. दरअसल प्रदेश के विधायकों ने भी कोरोना में दमदार उपस्थिति दर्ज कराई थी. कोरोना काल में विधायकों की संख्या की बात करें तो प्रदेश के 90 विधायकों में से 30 विधायक कोरोना वायरस की जद में आ चुके हैं. खुद विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक और पूर्व मुख्यमंत्री रमन समेत कई बड़े नेता कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं.