छत्तीसगढ़

chhattisgarh

ETV Bharat / state

CG Choupati politics भाजपा के धरने के खिलाफ एनएसयूआई की मशाल रैली, कहा चौपाटी नहीं यूथ हब - चौपाटी की मांग

राजधानी रायपुर में एजुकेशन हब में चौपाटी के खिलाफ भाजपा नेता 9 दिनों से अनिशचितकालीन हड़ताल पर बैठे हैं. इसके खिलाफ गुरुवार को एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने मशाल रैली निकाली. मशाल रैली रविशंकर यूनिवर्सिटी से शुरू हुई और नालंदा परिसर पर जाकर खत्म हुई. इस दौरान एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने चौपाटी की मांग करते हुए पूर्व मंत्री राजेश मूणत के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. BJP against Chowpaty in Education Hub in Raipur

CG Choupati politics
रायपुर में एनएसयूआई की मशाल रैली

By

Published : Jan 13, 2023, 2:26 PM IST

रायपुर में एनएसयूआई की मशाल रैली

रायपुर:एनएसयूआई रायपुर पश्चिम के अध्यक्ष विशाल मानिकपुरी ने कहा " हम सभी युवाओं की मांग है कि यूथ हब में चौपाटी बने. इस वजह से हम भाजपा के आंदोलन का विरोध कर रहे हैं. जिस तरह से यूथ हब को चौपाटी बताकर भाजपा प्रदर्शन कर रही है. वह सही नहीं है. पूर्व मंत्री राजेश मूणत लोगों को भ्रमित कर रहे हैं और अपनी राजनीति सेक रहे हैं.

छात्र विरोधी काम कर रही भाजपा: एनएसयूआई के केशव सिन्हा ने कहा " रविशंकर विश्वविद्यालय के अलावा हमारे साथ आज आसपास के छात्रों ने मशाल रैली में भाग लिया. हम आंदोलन कर रहे हैं. भाजपा के नेता राजेश मूणत को संदेश देना चाहते हैं कि छात्र विरोधी काम ना करें. छात्र हित के लिए यूथ हब बनाया जा रहा है. यूथ हब में विद्यार्थियों को कम दाम में फूड उपलब्ध होगा. हमारी मांग है कि छात्र के हितों को ध्यान में रखते हुए यूथ हब जरूर बने."

Politics on smart city in Chhattisgarh : रायपुर में चौपाटी निर्माण पर सियासत, बीजेपी नेताओं ने केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी से की शिकायत

भाजपा के धरना स्थल से गुजरी मशाल रैली:गुरुवार शाम एनएसयूआई की तरफ से निकाली गई मशाल रैली भाजपा के धरना स्थल के सामने से भी गुजरी. इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा. एक समय ऐसा आया जब एनएसयूआई कार्यकर्ता और भाजपा कार्यकर्ताओं में जमकर नारेबाजी हुई लेकिन पुलिस बल की मौजूदगी में विवाद की स्थिति नहीं हुई. हालांकि इस दौरान गहमागहमी का माहौल जरूर रहा.

चौपाटी का भाजपा क्यों कर रही विरोध: भाजपा का आरोप है कि साल 2018 में स्मार्ट सिटी रायपुर का प्लान साइज 926.8 करोड़ रुपये का था. जिसमें 70 मुख्य परियोजनाएं और 314 उप परियोजनाएं स्वीकृत हुईं. सितंबर 2022 तक इस योजना में 388 करोड़ से ज्यादा का काम हुआ. लेकिन उसके बाद कई योजनाओं में लापरवाही बरती गई है. जिसकी जांच की मांग को लेकर भाजपा नेता धरने पर बैठे हुए हैं.

ABOUT THE AUTHOR

...view details